नई दिल्ली, 29 जुलाई (आईएएनएस)। लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आलोचना की है। राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान केंद्र सरकार पर हमला बोला और अभिमन्यु का जिक्र करते हुए चक्रव्यूह का दूसरा नाम ‘पद्मव्यूह’ बताया, जो कमल के फूल के शेप में होता है।
राहुल गांधी के बयान पर भाजपा मुंबई प्रदेश के उपाध्यक्ष हितेश जैन ने पलटवार किया है। उन्होंने राहुल गांधी के बयान को अराजक और विभाजनकारी करार दिया।
हितेश जैन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”संसद में राहुल गांधी का भाषण किसी विभाजनकारी, अराजक बयान से कम नहीं था। उनके बयान का उद्देश्य देश की एकता को खत्म करना है। धन सृजनकर्ताओं और संगठनों का उपहास करना देश की तरक्की के प्रति उनकी पूरी बेरुखी को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, ”राहुल गांधी, जिन संस्थाओं की उपज हैं, जिनका वह मजाक उड़ाते हैं। वह केवल अपने स्वार्थ के लिए समाज को बांटना चाहते हैं। उनके भाषण में विश्वसनीय आंकड़े, ठोस तथ्य और ईमानदार इरादे का अभाव था। यह राजनीतिक कौशल नहीं, बल्कि किसी भी कीमत पर सत्ता पाने की हताश कोशिश है, राहुल गांधी से एकजुटता की उम्मीद करना बहुत ज्यादा है। हिंदू धर्म का लगातार मजाक बनाना और उसको गाली देना उनके चरित्र में है। उन्होंने चक्रव्यूह के बारे में बात करते हुए कहा कि, भारत अक्षमता, भ्रष्टाचार और देश को बांटने की साजिशों के चक्रव्यूह से मुक्त हो रहा है, जिसको राहुल गांधी और उनके पूर्वजों ने रचा था।”
हितैष जैन ने कहा, ”राहुल गांधी के घृणित और विभाजनकारी एजेंडे को पहचानना होगा। इसके लिए देश के युवाओं, मध्यम वर्ग और सभी समुदायों को एकजुट होना चाहिए। एक राष्ट्र के रूप में हमारे पास दो विकल्प हैं- राहुल गांधी के नेतृत्व वाली अराजकता और नफरत के रास्ते पर चलें या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले विकासशील भारत के दृष्टिकोण को अपनाएं।”
–आईएएनएस
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