रायपुर | संवाददाता: स्वतंत्रता दिवस पर रायपुर में तिरंगा फहराने के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज़ादी की लड़ाई में शामिल पुरखों का स्मरण किया,
वहीं अपनी सरकार के कामकाज और उपलब्धियों के सहारे एक नया छत्तीसगढ़ गढ़ने की बात भी कही.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि देश के अन्य हिस्सों की तरह छत्तीसगढ़ में शहीद गेंद सिंह, शहीद धुरवा राव, शहीद यादव राव, शहीद वेंकट राव, वीर गुंडाधुर, शहीद डेबरी धुर, शहीद आयतु माहरा, शहीद वीर नारायण सिंह जैसे हमारे अनेक ऐतिहासिक नायकों ने अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेकने के लिए अदम्य साहस का परिचय देते हुए जनमानस में स्वाधीनता की अलख जगायी. आज जिस स्वतंत्रता का उपभोग कर रहे हैं, वह हमारे पुरखों के बलिदान का प्रतिफल है.
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बाबा साहेब अम्बेडकर का संविधान आज लोकतंत्र को आगे बढ़ने की राह दिखा रहा है. यह हमारे लिए एक प्रकाश स्तंभ है. बरसों पहले बाबा गुरु घासीदास जी ने समता मूलक समाज का आदर्श हम सबके सामने रखा था, जो बाबा साहेब द्वारा निर्मित संविधान में फलीभूत हुआ. उनके संविधान में कबीर की वाणी का सार भी है, जो भारत के नागरिकों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ-साथ समानता प्रदान करती है. आज के दिन हम अपने उन जवानों के प्रति भी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं, जो हमारे प्रदेश में लोकतंत्र विरोधी, नक्सलवादी आतंक से पूरे साहस और जज्बे के साथ मुकाबला कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते आठ महीनों में हमारे जवानों ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए 146 नक्सलियों को मार गिराया है. इस दौरान हमने 32 नये सुरक्षा कैंप खोले हैं और आने वाले दिनों में 29 नये कैंप शुरू करने जा रहे हैं. आज कई वर्षों बाद क्षेत्र की जनता सुरक्षित महसूस कर रही है, जिसका कारण हमारे वीर जवानों की मेहनत व पराक्रम है.
विष्णुदेव साय ने कहा कि नक्सलवादी घटनाओं से निपटने के लिए अनुसंधान और अभियोजन की कार्रवाई और भी प्रभावी रूप से हो सके, इसके लिए हमने राज्य अन्वेषण एजेंसी (एसआईए) का गठन किया है. बस्तर की जनता नक्सलियों से त्रस्त हो चुकी है और विकास के मार्ग पर सरपट दौड़ने को तैयार है. उन्होंने कहा कि अन्दरूनी क्षेत्रों में नये कैंपों का विस्तार कर लोगों को आतंक से मुक्ति देने के साथ ही इन क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करने का काम भी युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. इसके लिए हमने ‘नियद नेल्लानार’ योजना शुरू की है. इस शब्द का अर्थ होता है -‘आपका अच्छा गांव’.
उन्होंने कहा कि विशेष पिछड़ी जनजातियों के हितग्राहियों के लिए आरंभ की गई ‘पीएम जनमन योजना’ की तरह इस योजना से कैंपों के निकट पांच कि.मी. की परिधि के गांवों में 17 विभागों की 53 हितग्राही मूलक योजनाओं एवं 28 सामुदायिक सुविधाओं का लाभ लोगों को दिया जा रहा है. इन गांवों में पहली बार लोगों के आयुष्मान कार्ड बने हैं. वे शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी सरकार की लोकहितकारी योजनाओं का लाभ अब उठा रहे हैं.
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि किसानों को समर्थन मूल्य की 32 हजार करोड़ रुपए की राशि के साथ ही कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत प्रदेश के 24 लाख 75 हजार किसानों को अंतर की राशि 13 हजार 320 करोड़ रुपये अंतरित किए गए. इस प्रकार हमारे अन्नदाताओं के खाते में सरकार ने धान खरीदी और बकाया बोनस मिलाकर लगभग 49 हजार करोड़ रुपए अंतरित किए.
उन्होंने महतारी वंदन योजना,18 लाख लोगों को आवास, 39 लाख परिवारों को नल से जल, आयुष्मान भारत से 77 लाख परिवारों को चिकित्सा सुविधा, तेंदूपत्ता संग्राहकों की बढ़ी पारिश्रमिक, आरक्षित वर्ग के युवाओं को यूपीएससी की निःशुल्क कोचिंग, खेल सुविधाओं को बढ़ावा, वन अधिकार पट्टों का हस्तांतरण की सुविधा देने, मेडिकल शिक्षा का विस्तार जैसी उपलब्धियों का जिक्र करते हुए छत्तीसगढ़ आर्थिक सलाहकार परिषद का गठन करने की भी घोषणा की. इसके अलावा तीव्र आर्थिक विकास के लिए रणनीति तैयार करने के लिए ‘सुशासन एवं अभिसरण विभाग’ का गठन भी किया गया है.
मुख्यमंत्री ने राज्य नीति आयोग द्वारा ‘अमृतकाल विजन@2047’ तैयार करने का उल्लेख करते हुए कहा कि हम विकसित छत्तीसगढ़, विकसित भारत के निर्माण का संकल्प पूरा करेंगे.
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