Get all latest Chhattisgarh Hindi News in one Place. अगर आप छत्तीसगढ़ के सभी न्यूज़ को एक ही जगह पर पढ़ना चाहते है तो www.timesofchhattisgarh.com की वेबसाइट खोलिए.

समाचार लोड हो रहा है, कृपया प्रतीक्षा करें...
Disclaimer : timesofchhattisgarh.com का इस लेख के प्रकाशक के साथ ना कोई संबंध है और ना ही कोई समर्थन.
हमारे वेबसाइट पोर्टल की सामग्री केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और किसी भी जानकारी की सटीकता, पर्याप्तता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता है। किसी भी त्रुटि या चूक के लिए या किसी भी टिप्पणी, प्रतिक्रिया और विज्ञापनों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
अब ब्रिटेन में Tiktok पर शिकंजा, रेडिफ की भी शुरू हुई जांच

ब्रिटेन में एक के बाद एक ताबड़तोड़ फैसले लिए जा रहे हैं। इस बीच ब्रिटेन के प्राइवेसी वॉचडाग, सूचना आयुक्त कार्यालय ने इस बात की जांच शुरू की कि टिकटॉक, रेडिट और ऑनलाइन इमेज शेयरिंग वेबसाइट Imgur बच्चों की प्राइवेसी की सुरक्षा कैसे करते हैं।

सोशल मीडिया कंपनी कंटेट को प्राथमिकता देने और यूजर्स को जोड़े रखने के लिए एल्गोरिथम का इस्तेमाल करती है। हालांकि, फैक्ट यह है कि वे समान कंटेट को बढ़ाते हैं, जिससे बच्चों पर कंटेट की बढ़ती मात्रा का गलत प्रभाव पड़ सकता है।

रेडिट समेत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की जांच

वॉचडाग ने कहा कि यह जांच कर रही है कि बाइटडांस का शॉर्ट-फॉर्म वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म टिकटॉक अपने फीड में कंटेट का सुझाव देने के लिए 13-17 साल के बच्चों की व्यक्तिगत जानकारी का इस्तेमाल कैसे करता है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट और इमेजुर की जांच की जा रही है कि वे इस्तेमाल करने वाले बच्चे की उम्र का आकलन कैसे करते हैं।

एक्शन लेगा सूचना आयुक्त

सूचना आयुक्त कार्यालय ने एक बयान में कहा,

‘अगर हमें इस बात के पर्याप्त सबूत मिलते हैं कि इनमें से किसी भी कंपनी ने कानून तोड़ा है, तो हम इस बारे में उनसे बात करेंगे और अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले उनके विचार जानेंगे।’ TikTok, Reddit और Imgur ने टिप्पणी के लिए रॉयटर्स के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया।

ब्रिटेन ने पहले भी पारित किया कानून

ब्रिटेन ने पहले कानून पारित किया है जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए सख्त नियम निर्धारित करता है, जिसमें उनके लिए उम्र सीमा और आयु-जांच उपायों को लागू करके बच्चों को हानिकारक और उम्र के हिसाब से कंटेट तक पहुंचने से रोकना शामिल है।

फेसबुक, इंस्टाग्राम और टिकटॉक सहित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को पिछले साल प्रकाशित प्रस्तावित ब्रिटिश उपायों के तहत बच्चों की सुरक्षा में मदद करने के लिए हानिकारक सामग्री को फिल्टर करने या डाउनग्रेड करने के लिए अपने एल्गोरिथम को वश में करना आवश्यक है।

The post अब ब्रिटेन में Tiktok पर शिकंजा, रेडिफ की भी शुरू हुई जांच appeared first on CG News | Chhattisgarh News.

https://cgnews.in/archives/125321