बिलासपुर—इरादे बुलन्द हैं तो गरीबी को भी झुकना होगा। उसके पिता आटोचालक हैं..मां गृहणी है…माता पिता ने गलत काम के लिए डांटा तो सही काम का समर्थन किया। वह जिद्दी है..लेकिन समझाने पर समझ जाती है। मां पिता के आशीर्वाद से दसवी में 9 वां रैंक हासिल किया है। यह बातें प्रिया साहू ने हाईस्कूल परीक्षा में टाप 9 रैंक हासिल करने के बाद बताया। प्रिया ने बताया कि एक कमरे का घर है। लेकिन गरीबी को लेकर उसे कोई शर्म नहीं है। एक दिन इंजीनियर जरूरी बनूंगी।
बिलासपुर जिले के तखतपुर विकासखण्ड स्थित सकरी की प्रिया ने हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में टाप 9 वां रैक हासिल किया है। दोपहर रिजल्ट आने क बाद प्रिया के घर लोगों की भीड़ लग गयी। सभी ने प्रिया की सफलता पर माता पिता को बधाई दी है।
प्रिया ने बातचीत के दौरान बताया कि उसने 600 में कुल 584 अंक हासिल किया है। 97.33 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रदेश में 9 वां स्थान हासिल किया है। वह सकरी स्थित शासकीय हायर सेकेन्डरी स्कूल की छात्रा है। पिता इतवारी साहू आटो चालक हैं। मां दीपा साहू गृहणी है। एक घर के मकान में रहकर उसने पढ़ाई की है।
प्रिया ने कहा कि सफलता के लिए गरीबी अमीरी मायने नहीं रखता है। इसके लिए माता पिता और गुरूजनों का सहयोग बहुत जरूरी है। मां दीपा साहू ने कभी घर का काम नहीं लिया। जरूरत पड़ी तो काम में सहयोग किया। अन्यथा पढ़ाई मन लगाकर किया है। एक कमरे का घर है। थोड़ा एडजस्ट तो करना ही पड़ता है।
दीपा के अनुसार वह जिद्दी भी है…लेकिन माता पिता ने गलत काम के लिए हमेशा फटकारा है। लेकिन सही काम का समर्थन किया है। यदि नियमितता और दृढ़ संकल्प है तो सफलता जरूर मिलेगी। वह जेईई की तैयारी कर रही है। इंजीनियर बनना चाहती है।