बिलासपुर—पुलिस ने बेलतरा स्थित को-ऑपरेटिव बैंक से उठाईगिरी मामले में नट गैंग के तीन आरोपियों को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है।कार्रवाई के दौरान पुलिस टीम ने एक मोटरसायकल समेत नगदी बरामद किया है। पुलिस के अनुसार उठाईगिरी घटना में शामिल गिरोह के तीन अन्य सदस्य फरार हैं। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
पुलिस के अनुसार धौरामुड़ा निवासी शंकर सिंह टेकाम ने रतनपुर थाना पहुंचकर उठाईगीरी की रिपोर्ट दर्ज कराया। पीड़ित ने बताया कि20 फरवरी को जिला सहकारी बैंक बेलतरा से 50 हजार रूपये नगदी निकालकर कपड़ा खरीदने दुकान गया। अज्ञात अरोपियों ने मोटरसायकल की डिक्की तोड़कर 50000 नगद पार कर दिया। पीड़ित की शिकायत पर आईपीसी की धारा 379, 34 का अपराध दर्ज किया गया।
जानकारी के बाद पुलिस कप्तान रजनेश सिंह के निर्देश पर बैंको को सरप्राईज चेकिंग का निर्देश दिया। साथ ही जल्द से जल्द उढाईगीरी के आरोपियों को पकड़ने का पुलिस कप्तान ने फरमान जारी किया। आईपीएस अजय कुमार की अगुवाई में टीम गठन कर उठाईगिरी के आरोपियों की पतासाजी शुरू हुई।
लगभग 150 सीसीटीव्ही को खंगाला गया
पुलिस ने खुलासा किया कि को-ऑपरेटिव बैंक में लगे सीसीटीव्ही कैमरों को खंगलाा गया। इस दौरान 6 लोगों की पहचान की गयी। फुटेज में 2 आरोपियों को ग्रामीण वेशभूषा में बैंक के अंदर बैठा देखा गया। जबकि 4 आरोपियों को अलग-अलग मोटर साईकिल से बैंक के आसपास घूमते पाया गया। शिकायत कर्जा तब बैंक से रकम निकालकर बाहर निकलता है तो अंदर ग्रामीण वेशभूषा में बैठे आरोपियों के इशारे पर सभी लोग मोटर साईकिल सवार आरोपी ग्रामीण का पीछा करते हैं।
इसके बाद पुलिस टीम ने बैंक से निकलने के बाद घटना स्थल तक करीब 20 किलोमीटर एरिया में लगे सभी सीसीटीव्ही कैमरों के फुटेज को भी खंगाला। आरोपीगण खण्डोवा मंदिर, कलमीटार, जोगीपुर होकर कोटा की ओर जाते पाए गये। सीसीटीवी निरीक्षण के दौरान आरोपियों को को-आॅपरेटिव बैंक, कोटा के पास भी रेकी करते पाया गया।
वायरल वीडियो से आरोपियों की पहचान
पुलिस कप्तान के निर्देश पर को-आपरेटिव बैंक के फुटेज को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। आरोपियों की पहचान मझौली जिला सीधी और थाना व्यौहारी जिला शहडोल के रूप में हुई। पुलिस टीम ने थाना मझौली क्षेत्र निवासी आरोपी जितेन्द्र कुमार उर्फ जीतू कंजर का पता लगाया।
शहडोल से हिरासत में लिया गया
पुलिस टीम ने मझौली और थाना व्यौहारी क्षेत्र में पतासाजी कर तीन आरोपियों को धर दबोचा। यद्यपि पुलिस को तीन दिन तक क्षेत्र में कैंप लगाना पड़ा। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि जितेन्द्र उर्फ जितु कंजर गिरोह का मुखिया है । जितेन्द्र का भाई रवि कंजर, दोस्त उमेश, रंजित उर्फ रन्नो, लहरू और मखाडू गिरोह के सदस्य है।
आरोपियों ने बताया कि जहां घटना को अंजाम देना होता है वहां रंजित उर्फ रन्नों और रवि कंजर ग्रामीण वेश भूषा में बैंक के अन्दर रकम निकाल रहे ग्राहको की रेकी करते हैं। रवि कंजर, उमेश, लहरू, मखाडू मोटर सायकल में पीछा करते हैं। मौका मिलते ही उठाईगिरी की घटना को अंजाम देते हैं।
सीधे साधे लोगों को निशाना
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि रेकी के साथ सीधे साधे और ग्रामीण परिवेश के लोगो को निशाना बनाते हैं। पीछा कर मौका मिलते ही रकम लेकर फरार हो जाते है।
मोटर सायकल और नगद बरामद
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने बताया कि उठाईगिरी के बाद बंटवारे में प्रत्येक व्यक्ति को आठ हजार रूपये मिला। कुछ रकम खर्च कर दिये है।जितेन्द्र कंजर से घटना में प्रयुक्त एक मोटरसायकल, 5000 रूपये नगद जब्त किया गया। आरोपी रवि कंजर से 4500 रूपये और रंजित उर्फ रन्नो से 4000 रूपये बरामद किए गए हैं। फरार तीन आरोपियों की तलाश की जा रही है।
गिरफतार आरोपियों का नाम
1) जितेन्द्र उर्फ जित्तु कंजर पिता जगदीश प्रसाद कंजर उम्र 35 वर्ष निवासी चुवाही छान्दा थाना मझोली जिला सीधी (म.प्र.) 2) रवि कंजर पिता जगदीश प्रसाद कंजर उम्र 27 वर्ष निवासी चुवाही छान्दा थाना मझोली जिला सीधी (म.प्र.) 3) रन्नो उर्फ रंजीत कंजर पिता रामसेवक कंजर उम्र 40 वर्ष निवासी भोेलगढ़ थाना अनुपपुर जिला अनुपपुर (म.प्र.)