मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बुधवार को पार्टी के चल रहे गांधी चौपाल अभियान को लेकर एक वीडियो संदेश के जरिए पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, इससे पहले राज्य कांग्रेस ने गांवों तक पहुंचने के लिए गांधी चौपाल अभियान शुरू किया है। अगले चार महीनों में कांग्रेस 23,000 पंचायतों में गांधी चौपाल का आयोजन करेगी जहां पार्टी कार्यकर्ता ग्रामीणों के साथ बैठेंगे और महात्मा के पसंदीदा भजन गाएंगे।
इसके अलावा वे स्थानीय समस्याओं पर भी चर्चा करेंगे जिन्हें कांग्रेस के 2023 के घोषणापत्र में शामिल कियाजा सकता है। कमलनाथ ने वीडियो के जरिए पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमने इस साल 2 अक्टूबर से 30 जनवरी 2023 तक प्रत्येक गांव में गांधी चौपाल का आयोजन करने का निर्णय लिया है। गांधीवादी दर्शन का कार्यक्रम होने के साथ-साथ यह सामाजिक जागृति और लोगों से जुड़ने का हमारा प्रयास भी है।’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने तर्क दिया कि वर्तमान में देश को गांधी के एकता और भाईचारे के सिद्धांतों की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘गांवों को महात्मा की ग्राम स्वराज की अवधारणा की आवश्यकता है। यह जरूरी है कि गांवों की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जाए जो कि वित्तीय प्रगति के समान वितरण से संभव है।’ कमलनाथ ने दावा किया कि क्रय शक्ति बढ़ने से गांवों के बाजार जगमगाएंगे।
पूर्व सीएम ने कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा, ‘शांति और सहयोग ही देश को आगे ले जा सकता है। इस नई सोच के लिए गांधी के दर्शन और करो या मरो के नारे को अपनाना चाहिए। मैं सभी मित्रों और पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि ग्रामीण क्षेत्रों में गांधी चौपाल का आयोजन करें। किसान भाइयों, युवाओं, माताओं, बहनों, बड़ों और बच्चों के साथ-साथ समाज के हर वर्ग को गांधी चौपाल का हिस्सा बनाएं।’
उन्होंने कहा, इन चौपालों में गांधी जी के प्रिय भजन गाएं और गांवों की समस्याओं को सुनकर लिखें। हर विधानसभा सीट पर कम से कम सौ चौपाल का आयोजन करें। इस बीच, भारत जोड़ो यात्रा राज्य में प्रवेश करेगी और मध्य प्रदेश जन आंदोलन का हिस्सा बन जाएगा। उठो, आगे बढ़ो और गर्व से लोगों के बीच खड़े हों। आइए हम सब ऐसे कर्मयोगी बनें जो महात्मा गांधी के सपनों को पूरा करेंगे।