बिलासपुर–प्रदेश के पांच लाख कर्मचारी और अधिकारियों ने महंगाई भत्ता की मांग को लेकर जंग का एलान किया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ प्रदेश महामंत्री सुनील यादव ने बताया कि महंगाई भत्ता समेत अन्य मांगों को लेकर 23 फरवरी को जिला और ब्लॉक मुख्यालय में प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान ज्ञापन भी दिया जाएगा।
प्रदेश लिपिक संघ के नेता सुनील यादव ने बताया कि प्रदेश के 5 लाख कर्मचारी अधिकारियों के लंबित महंगाई भत्ता और अन्य मांगों को लेकर 23 फरवरी को जिला और ब्लाक स्तर पर धरना प्रदर्शन करेंगे। यादव ने जानकारी दिया कि रायपुर में बैठक के बाद प्रांतीय निकाय के आह्वान पर आंदोलन का फैसला लिया गया है। बैठक में वरिष्ठ पदाधिकारियों ने फैसला किया है कि यदि शासन स्तर पर कर्मचारियों की मांगों पर निर्णय नही लिया जाता है। प्रदेश के सभी कर्मचारी वर्ग मजबूरी में चरणबद्ध आंदोलन के लिए मजबूर हैं।
आंदोलन के पहले चरम में 23 फरवरी को प्रदेश के सभी जिलों और ब्लाक मुख्यालयों में प्रदर्शन के बाद शासन को मांग पत्र दिया जाएगा। महामंत्री सुनील यादव ने बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान आयोग ने महंगाई भत्ता पर मुहर लगाया था। बावजूद इसके अभी तक महंगाई भत्ता को लेकर सरकार ने मुंह नहीं खोला है। और ना ही आदेश जारी किया है। इस बात को लेकर कर्मचारी वर्ग में आक्रोश है।
कर्मचारी नेता ने जानकारी दिया कि छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय निर्णय के अनुसार महंगाई भत्ता समेत अन्य मांग के लिए *मोदी की गारंटी* का अमल किया जाए । 23 फरवरी 2024 शुक्रवार को सभी कर्मचारी भोजन अवकाश में दोपहर 1:30 बजे जिला और ब्लाक मुख्यालयों में प्रदर्शन कर कलेक्टर को ज्ञापन देंगे।