बिलासपुर– होली के एक दिन पहले जानकारी मिली कि उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने हाईकमान को पत्र लिखकर उप मुख्यमंत्री पद समाप्त करने की गुजारिश की है। उन्होने आशांका जाहिर किया कि पिछली सरकार के पदचिन्हों पर चलने से बेहतर होगा कि पद को समाप्त किया जाए। अन्यथा सरकार संकट मे आ सकती है। इसके अलावा यह भी जानकारी मिल रही है कि धरमलाल कौशिक के समर्थन में कांग्रेस ने लोकसभा प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि विधायक को खुश करने के चक्कर में निगम ने अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार लिया है। पढें..विस्तार के साथ बुरा ना मानों होली खबर।
उप मुख्यमंत्री पद समाप्त करें..अरूण साव
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने उपमुख्यमंत्री का दर्जा खत्म करने को लेकर पत्र लिखा है। पीडब्ल्यूडी मंत्री ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को लिखे पत्र में होली की बधाई देते हुए लिखा है कि कांग्रेस कार्यकाल में उपमुख्यमंत्री का पद विघ्न की जड़ साबित हुआ था। पार्टी में असंतोष का वातावरण बना। आंतरिक प्रतिरोध के कारण कांग्रेस को सत्ता से हाथ धोना पड़ा। एक बार फिर दिखावे के लिए डिप्टी सीएम बनाया गया। जबकि सरकार बनाते समय नेताओं के बीच होड़ भी नहीं थी। बड़े नेता अजय चंद्राकर, धरम, अमर ,राजेश मूणत को आप लोगो ने समय रहते ही किनारे कर दिया। शिवरतन शर्मा, प्रेम प्रकाश पांडे जैसे नेता चुनाव हार गए। रामविचार और केदार कश्यप की पिचकारी में अपना गुब्बारा फुलाने वाली बात नही है। बृजमोहन भैया भी लोकसभा जा रहे हैं। आजू-बाजू में दो दो डिप्टी सीएम को देखकर मुखिया भी खीचें खीचें दिखाई देते हैं। सादगी के साथ जन सेवा के लिए उपमुख्यमंत्री का दर्जा समाप्त किया जाए। सदस्यो को समान अवसर देकर उपकृत करें
कांग्रेस का एलान..नहीं उतारेंगे प्रत्य़ाशी
भाजपा के संभागीय कार्यालय से सनसनीखेज मामला सामने आया है। तोखन साहू के निवेदन पर पवन साय ने बिल्हा विधायक धरम लाभ कौशिक को चुनाव मैदान उतारने का फैसला किया है। बताया जाता है राज्य मंत्रिमंडल में खाली दो पदों मे संभावना नहीं होने के कारण धरमलाल कौशिक ने भी लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर सहमति जाहिर कर दिया है।
पवन साय ने बताया कि बिल्हा विधायक धरम लाल कौशिक की वरिष्ठता और अनुभव को देखते हुए पार्टी ने बड़ा दायित्व देने का फैसला किया है। ऐसा होने से शहर विधायक को भी मौका मिलेगा। बताते चलें कि कांग्रेस बिलासपुर लोकसभा के लिए अब तक कांग्रेस ने प्रत्याशी का एलान नहीं किया है। बताया जा रहा धरमलाल कौशिक के चुनाव मैदान में आने के बाद कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशी नहीं उतारने का निर्णय लिया है। दूसरी ओर टोखन साहू को विधानसभा उपचुनाव, निगम मंडल में उनकी मर्जी अनुसार एडजस्ट करने की भी बात चल रही है।
निगम की कमाई पर डांका
पांच साल तक लाबे,खाबे, ख़िलाबे के बाद नई सरकार ने हिसाब बताव करना शुरू कर दिया है। नगर निगम बिलासपुर के अधिकारी कर्मचारी इंजीनियर और अन्य विभागों के सुरमा अफसर इन दिनों विधायकों से काफी परेशान है। जंगल में खुले शेर की तरह विधायकी कर रहे एक विधायक ने तो रेत खनन और अवैध प्लाटिंग को लेकर इस्तीफा देने का एलान कर लिया। इसके बाद मजाल है कि कोई अधिकारी ना सुने। धड़ाधड़ कार्रवाई से जमीन और रेत कारोबारियों में तहलका मच गया। बताया जा रहा है कार्रवाई के बाद अधिकारियों का जेब भी खाली हो गया है। निगम भी कंगाली की हालत में पहुंच गया है। लेकिन विधायक के घर में अब भीड़ बढ गयी है। कार्रवाई के बाद विधायक के ठिकाने पर भीड़ बढ़ गयी है। लोगों का काम भी तेजी से होने लगा है। निगम अधिकारियों की माने तो अब विधायक को हमारी जरूरत नहीं है।