छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति हमारे लोकपर्वों से सुशोभित होती हैं – वर्मा
रायपुर/ 03 अगस्त 2024/ खेल एवं युवा कल्याण और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने 04 अगस्त को मनाये जाने वाले छत्तीसगढ़ के पारंपरिक पर्व हरेली तिहार के अवसर पर प्रदेश के सभी नागरिकों को अपनी बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
आपने बधाई सन्देश में उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान राज्य है और हरेली तिहार हमारी कृषि प्रधान संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। हरेली छत्तीसगढ़ का पहला त्यौहार है और छत्तीसगढ़ के जन-जीवन में, यहाँ के किसान भाई-बहनों में, ग्रामीण और शहरी निवासियों में इसका व्यापक प्रभाव है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह त्यौहार परंपरागत् रूप से उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन किसान खेती-किसानी में उपयोग आने वाले कृषि यंत्रों की पूजा करते हैं, घरों में माटी पूजन होता है, बच्चे और युवा गेड़ी का आनंद लेते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हरेली त्यौहार सावन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है और धरती को हरा-भरा रखने में पेड़-पौधों के महत्व को भी दर्शाता है। हमारे छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति इन्हीं लोकपर्वों से सुशोभित होती हैं।
इस अवसर पर खेल मंत्री श्री वर्मा ने सभी नागरिकों एवं किसानों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की है।