बिलासपर–मंथन सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर कलेक्टर ने साप्ताहिक प्रशासनिक गतिविधियों का हिसाब किताब लिया। सरकारी योजनाओं को गंभीरता और गंभीरता और तत्परता के साथ अंतिम व्यक्तियों तक पहुंचाने का निर्देश दिया। इस दौरान कलेक्टर अवनीश शरण ने निगम और सकरी तहसील को गोगने नाला का स्वरूप बिगाड़ने और कब्जा करने साथ घुरू स्थित शासकीय जमीन पर बलात कब्जा को लेकर फटकारा। कलेक्टर ने कहा कि घुरू स्थित गोगने नाला का स्वभाविक स्वरूप को ना केवल बिगाड़ा गया है। बल्कि बहुत बड़े सरकारी जमीन को पाटकर कब्जा कर लिया गया है। कलेक्टर ने तत्काल तहसील और निगम प्रशासन को मौके पर पहुंचकर वस्तुस्थिति की रिपोर्ट देने को कहा।
अधिकारियों की साप्ताहिक बैठक में सकरी तहसील स्थित गोकने नाला का मुद्दा गरम रहा। कलेक्टर ने इस दौरान सकरी तहसीलदार को तलब किया। उन्होने बैठक में कहा कि घुरू स्थित गोकने नाला के स्वभाविक बहाव को रोका गया है। नाला की बहुत बड़ी जमीन को पाटकर किसी ने कब्जा किया है। शिकायत मिली है कि एमजीएम स्कूल के पीछे बहने वाले गोगने नाला. श्मसान भूमि और कोटवारी जमीन के एक हिस्से को कब्जा कर नाला की पाटी गयी जमीन से मिला लिया है।
कलेक्टर ने सकरी रतहसीलदार और निगम प्रशासन से कहा कि आज ही मौके पर पहुंच कर प्रारम्भिक जानकारी दें। साथ ही जांच पड़ताल के बाद गोकने लाला की पाटी गयी एकड़ों जमीन को बहाल कराएं। और नाला को पूर्वस्थिति में बहाव का रास्ता दें। कलेक्टर ने इस दौरान डांटते हुए कहा कि घुरू स्थित शासन की बहुत बड़ी जमीन पर बाहर के लोगों ने आकर कब्जा कर लिया है। जबकि जमीन पर विकास कार्यों के लिए पहले से ही मास्टर प्लान तैयार है। इस दौरान कलेक्टर ने चमारिन नाला पर कब्जा को हटाने का निर्देश दिया। जल्द से जल्द जमीन पर बने निर्माण कार्यों को हटाते हुए सख्त कार्रवाई करें।