जयपुर। चार धाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की प्रतिवर्ष बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए उनकी सुगम और सुरक्षित यात्रा को सुनिश्चित करने के लिए उत्तराखण्ड प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के पंजिकरण को अनिवार्य किया गया है।
पवित्र धामों की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा से पहले पंजिकरण कराना आवश्यक होगा तथा केवल पंजिकरण की तिथि को ही दर्शन करने की अनुमति होगी।
चार धाम यात्रा के लिए जाने वाले श्रद्धालु वेबसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर दर्शन की तिथि निश्चित कर उस तारीख के लिए पंजीकरण करा सकते हैं। जिस तिथि के लिये पंजीकरण किया गया है केवल उसी तिथि के ये ही दर्शन की अनुमति मिलेगी।
इस वर्ष चार धाम यात्रा के लिये तीर्थ यात्रियों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए उत्तराखंड सरकार द्वारा वीआईपी दर्शन पर भी 31 मई 2024 तक के लिए पूर्णतया: रोक लगा दी गई है।
वृद्ध जनों तथा ऐसे तीर्थयात्री जिन्हें पूर्व में स्वास्थ्य संबंधी समस्या रही हो उन्हें उत्तराखंड राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार यात्रा से पूर्व जांच करवाना भी अनिवार्य होगा। तीर्थयात्री उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट http://health.uk.gov.in/pages/display/140-char-dham-yatra-health-advisory पर जाकर संबंधित गाइडलाइन के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते है।
चार धाम यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए ई स्वास्थ्य धाम एप
उत्तराखण्ड सरकार द्वारा इस वर्ष चार धाम की यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा और सतत मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के लिए विशेष रूप से eSwasthyaDham एप लॉन्च किया गया है। इस एप के माध्यम से चार धाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के स्वास्थ्य पर नजर रखने के साथ साथ जरूरत के समय उन्हें तत्काल सहायता उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाना संभव हो सकेगा।
यात्रा पर जाने से पहले जाने भीड़ के हालात
इस यात्रा में भारी भीड़ के चलते सभी ऑपरेटर्स और श्रद्धालुओं को पंजीकरण करने से पूर्व भीड़ की परिस्थिति के बारे में अवगत होना आवश्यक है अन्यथा घंटो ट्रैफिक में फंसने के हालात उत्पन्न हो सकते है।