नईदिल्ली I आज हर किसी शख्स के फोन में कॉलिंग से ज्यादा काम आने वाले ऐप्स बन गए है। ऐसे यदि कहा जाएं कि इन ऐप्स को चलाने के लिए अब अलग से भुगतान करना होगा तो कैंसा लगेगा? बताया जा रहा है कि यूजर्स को जल्द ही इन ऐप्स के लिए पैसे चुकाने होंगे।
जानकारी के मुताबिक, मेटा एक नए डिवीजन को तैयार कर रही है, जिसका नाम New Monetization Experiences है. इस डिवीजन को फेसबुक, इंस्टाग्राम और WhatsApp के लिए पेड फीचर्स पर फोकस करना होगा. इस टीम को प्रतिति राय चौधरी लीड करेंगी. रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी अपने ऐड्स बिजनेस को बढ़ाने में लगी है और यूजर्स को पैसे देकर ऐड्स ऑफ करने का ऑप्शन देने के प्लानिंग में नहीं है. यह जानकारी मेटा के हेड ऑफ ऐड्स एंड बिजनेस प्रोडक्ट्स John Hegeman ने एक इंटरव्यू में दी है.
बता दे कि, Snap, Twitter और Meta के रेवेन्यू का ज्यादातर हिस्सा डिजिटल ऐड्स से आता है. पेड फीचर्स के जरिए कंपनी को ऐड्स के बिना भी कमाई का एक तरीका मिल जाएगा. Snap और Twitter यूजर्स को कुछ फीचर्स पेड सर्विस के रूप में ऑफर करते हैं.Twitter के सब्सक्रिप्शन प्रोडक्ट यानी ट्विटर ब्लू के लिए यूजर्स को 4.99 डॉलर (लगभग 400 रुपये) प्रति माह खर्च करने होते हैं. हाल में ही Snap ने भी Snapchat+ सब्सक्रिप्शन सर्विस लॉन्च की है, जो हर महीने 49 रुपये के खर्च पर मिल रही है.