नेशन अलर्ट/9770656789
जोधपुर.
माँ माजीसा के दर्शन के लिए लगातार 11वें साल पैदल यात्रा सँघ जसोल रवाना होगा. माजीसा भक्त मँडल जोधाणा के बैनर तले यह सँघ जोधपुर से 8 नवंबर को रवाना होगा.
पैदल यात्रा के लिए समिति गठित कर ली गई है. इसमें सँचालक नैनी बाईसा पचेटिया व अध्यक्ष उम्मेद सिंह साथिन बनाए गए हैं.
महिला अध्यक्ष का दायित्व तुलसीकँवर राठौड़ सँभाल रही हैं. रथ सँचालन बालकिशन चौहान व सरजोत कँवर करेंगे.
समिति में अशोक सेन व कैलाश शर्मा को सचिव का दायित्व दिया गया है. राकेश दैया सहसचिव बनाए गए हैं. दिलीपसिंह गौड़ व सज्जनसिंह कुडी़ प्रचार का काम सँभालेंगे.
तैयारियाँ माजीसा धाम दांता के गादीपति प्रभुसिंह, महासचिव राकेश गोयल, सचिव इंद्रचँद्र गोयल, उपाध्यक्ष राकेश परिहार, उपसचिव अशोक खींची, कोषाध्यक्ष पवनसिंह चौहान की देखरेख में की जा रही है.
बाबा मँदिर में होगा जागरण . . .
अध्यक्ष उम्मेद सिंह ने पैदल यात्रा के सँबँध में “नेशन अलर्ट” से बातचीत की. उन्होंने बताया कि पैदल यात्रा 8 नवंबर से शुरू होगी.
इसकी पूर्व सँध्या 7 नवंबर को सभी पदयात्री मसूरिया में एकत्र हो जाएंगे. उस दिन गुरूवार रात्रि 9 बजे से बाबा रामदेव मँदिर मसूरिया में जागरण का कार्यक्रम रखा गया है.
इस कार्यक्रम में जोधपुर शहर के विधायक अतुल भँसाली, सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी, जोधपुर शहर की पूर्व विधायक मनीषा पंवार सहित दक्षिण की महापौर विनिता सेठिया, उत्तर की महापौर कुँती देवडा़ अतिथि होंगे.
पाँच पडा़व होंगे . . .
पैदल यात्रा पाँच पडा़वों से गुजरेगी. 8 नवंबर, दिन शुक्रवार को पहला पडा़व भाँडू शाला में निर्धारित किया गया है.
दूसरा पडा़व 9 नवंबर, दिन शनिवार को डोली शाला में निर्धारित किया गया है. 10 नवंबर, दिन रविवार को शिवशक्ति होटल चारलाई में तीसरा पडा़व रखा गया है.
11 नवंबर, दिन सोमवार को खेमाबाबा मँदिर भांडियावास में चौथा पडा़व रखा गया है. अँतिम पडा़व 12 नवंबर, दिन मँगलवार को घाँची समाज छात्रावास बालोतरा में होगा.
यात्रा के पडा़व में प्रतिदिन रात्रि में माजीसा भक्त महिला मँडल द्वारा भजन प्रस्तुत किए जाएंगे. एक शाम माजीसा के नाम से भजन सँध्या का आयोजन घाँची समाज छात्रावास बालोतरा में 12 नवंबर की रात्रि 9 बजे से होगा.
भजन सँध्या का यह कार्यक्रम प्रभुसिंह दांता, महाराज साहेब परमवीर सिंह दांता, जाबरसिंह सोढा़, जसोल के सरपंच ईश्वर सिंह, प्रधान भगवत सिंह, मेवानगर के सरपंच श्यामसिंह, दीपक रामनानी, रिवमांशु गहलोत, उर्मिला भुआसा, सरोज भुआसा के आतिथ्य में होगा.
यात्रा का समापन 13 नवंबर को होगा. बुधवार सुबह 8 बजे माजीसा माँ के दर्शन के लिए कलश यात्रा पँचधाम से गाजेबाजे के साथ मँदिर के लिए रवाना होगी.
कहाँ स्थित है जोधाणा . . ?
पैदल यात्रा जिस जोधाणा से निकलेगी वह
जोधपुर ज़िले में है. जोधपुर को सूर्यनगरी भी कहा जाता है.
जोधपुर की स्थापना राव जोधा ने 1459 में की थी. जोधपुर को ब्लू सिटी भी कहा जाता है. जोधपुर के प्रसिद्ध मेहरानगढ़ से शहर का नज़ारा नीले रंग का दिखता है.
जोधपुर के भीतरी शहर के ज़्यादातर घर नीले रंग से पुते हैं. जोधपुर से 5 किलोमीटर दूर बालसंमद झील है. जोधपुर में होटल जोधणा पैलेस और जोधणा एलीट जैसे होटल हैं.
सूर्यनगरी जोधपुर को तकरीबन 6 सौ साल पहले बसाया गया था. इसकी स्थापना 12 मई 1459 में राव जोधा ने मेहरानगढ़ दुर्ग की स्थापना के साथ की थी. उसी समय शहर को जोधपुर नाम दिया गया.