अमेरिका की न्यू जर्सी में अमेरिका का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर बीएपीएस स्वामीनारायण अक्षरधाम ( Akshardham Temple) का 5 अक्टूबर को उद्घाटन किया जाएगा। यह भव्य मंदिर 19 वीं सदी के हिंदू आध्यात्मिक नेता भगवान स्वामीनारायण को समर्पित है। इस महामंदिर ( BAPS Swaminarayan Temple ) का निर्माण वर्ष 2015 में शुरू हुआ था और इसका उद्घाटन 5 अक्टूबर 2023 को महंत स्वामी महाराज और गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया जाएगा।
न्यू जर्सी, ANI। BAPS Swaminarayan Akshardham, Akshardham Temple in New Jersey: भारत से हजारों मील दूर अमेरिका की न्यू जर्सी में हाथ से बनाए गए सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में से एक का उद्घाटन 5 अक्टूबर को किया जाएगा। यह मंदिर अमेरिका का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर, बीएपीएस स्वामीनारायण अक्षरधाम है।
यह भव्य मंदिर 19वीं सदी के हिंदू आध्यात्मिक नेता भगवान स्वामीनारायण को समर्पित है। इस महामंदिर का निर्माण वर्ष 2015 में शुरू हुआ था और इसका उद्घाटन 5 अक्टूबर, 2023 को महंत स्वामी महाराज और गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया जाएगा।
इतिहास को तराशा जा रहा…
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए यज्ञेश पटेल ने कहा, ‘यहां इतिहास को तराशा जा रहा है। मंदिर को सभी आगंतुकों के लिए खोला जाएगा। इससे वे भारतीय कला, वास्तुकला और संस्कृति सीखेंगे। यह मंदिर इस राष्ट्र के ताने-बाने को जोड़ता है। यह न केवल कई अमेरिकियों के लिए जश्न मनाने का गर्व का क्षण है, लेकिन जब मैं अपने पड़ोसी जो को लेकर आया, तो वह भी भारतीय संस्कृति, भारतीय कला और विशेष रूप से हिंदू धर्म के बारे में जानने के लिए बहुत उत्सुक था। यह एक ऐसा स्थान होगा जहां हम उन्हें ला सकते हैं।
यज्ञेश ने आगे कहा कि वे न केवल संस्कृति, कला के बारे में सीखेंगे, बल्कि तीन दिन से लेकर तीन साल तक के 12,500 से अधिक स्वयंसेवकों की भक्ति के बारे में भी जानेंगे।’
185 एकड़ में फैला हुआ है मंदिर
रॉबिंसविले में स्थित बीएपीएस स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर लगभग 185 एकड़ में फैला हुआ है। यह 12,500 से अधिक स्वयंसेवकों के प्यार, समर्पण और कौशल का प्रमाण है, जो इस मंदिर को बनाने में एक साथ आए है। भारत के अन्य अक्षरधाम मंदिरों की तरह, इस धार्मिक संरचना को भारत में BAPS स्वामी और स्वयंसेवकों की एक टीम द्वारा डिजाइन किया गया है।
भारतीय संस्कृति को प्रदर्शित करना है …
एक स्वयंसेवक जेना पटेल ने कहा, ‘मेरे गुरु और उन्होंने मेरे लिए जो किया, यही कारण था कि मैं सब कुछ छोड़कर यहां आ पाई। वह मेरी प्रेरणा थे। उन्होंने बहुत प्रेरणादायक जीवन जीया है। अपनी भारतीय संस्कृति को प्रदर्शित करने और फैलाने के लिए यहां एक स्मारक, एक महामंदिर बनाया गया। जेना ने आगे कहा कि यह मेरी पहचान का एक हिस्सा है कि मैं एक हिंदू-अमेरिकी के रूप में कौन हूं? यह किसी बड़ी चीज का हिस्सा बनने का एक तरीका था। कुछ ऐसा जो आने वाली पीढ़ियों को प्रभावित करेगा। यह सिर्फ मेरे लिए कुछ नहीं है, बल्कि यह आपको धन्यवाद कहने और जीवन भर के लिए प्रभाव डालने का एक छोटा सा
उद्घाटन समारोह एक हफ्ते तक चलेगा
न्यू जर्सी की सारिका पटेल जो अक्षरधाम में एक स्वयंसेवक के रूप में काम करती हैं। उन्होंने बताया कि यह स्मारकीय स्थान सभी को सांत्वना और शांति प्रदान करेगा। बता दें कि यह उद्घाटन समारोह लगभग एक हफ्ते तक चलेगा, जिसमें कई अमेरिकी कांग्रेसियों, सीनेटरों, बाइडन प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ राज्य के गर्वनर शामिल होंगे।
कौन-कौन होगा शामिल?
एक रोचक बात यह है कि नई दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड मिला हुआ है। यह मंदिर 100 एकड़ में फैला हुआ है। वहीं, अमेरिका का अक्षरधाम मंदिर भी रिकॉर्ड तोड़ने के लिए तैयार है। BAPS स्वामीनारायण संस्था ने भारत, ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, केन्या, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में लगभग 1,400 मंदिरों का निर्माण किया है।
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