शिव शंकर साहनी@अम्बिकापुर। कलेक्टर कुन्दन कुमार के पहल से उदयपुर विकासखंड के खनन प्रभावित क्षेत्र के बच्चे अब सीबीएसई बोर्ड की अंग्रेजी माध्यम से पूरी स्कूली शिक्षा पा सकेंगे। 10 वीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए अन्यत्र भटकना नही पड़ेगा। बरसो पुरानी मांग पूरी होने से खनन प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों में खुशी छाई है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन के पहल पर धन्यवाद ज्ञापित किया है। उदयपुर के परसा ईस्ट -केते -बासेन के कोयला खनन प्रभावित ग्राम साल्ही में राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के द्वारा संचालित सीबीएसई अंग्रेजी माध्यम स्कूल में अगले शिक्षा सत्र 2023 से 11वी एवं 2024 से 12 वी की पढाई शुरू हो जाएगी। इस सबन्ध में आरवीयूएनएल के द्वारा मंजूरी देते हुए कलेक्टर को अवगत कराया गया है।
हायर सेकेण्डरी की पढ़ाई के लिए विद्यर्थियों को भटकना पड़ रहा
गौरतलब है कि उदयपुर विकासखण्ड के परसा ईस्ट-केते-बासेन में राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन लिमिटेड के द्वारा कोयला उत्पादन किया जा रहा है। कंपनी द्वारा कोयला खनन प्रभावित ग्राम साल्ही में कक्षा पहली से 10 वीं तक सीबीएसई बोर्ड की अंग्रेजी माध्यम स्कूल संचालित किया जा रहा है। जहां खनन प्रभावित परिवार के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दी जा रही है। इस स्कूल से 10 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अंग्रेजी माध्यम से हायर सेकेण्डरी की पढ़ाई के लिए विद्यर्थियों को भटकना पड़ता है।
हायर सेकेण्डरी कक्षा शुरू करने के लिए जिला प्रशासन को सौंपा था ज्ञापन
खनन प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों ने इस स्कूल में हायर सेकेण्डरी कक्षा शुरू करने के लिए जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा था। कलेक्टर कुन्दन कुमार ने इस स्कूल में हायर सेकेण्डरी की कक्षाएं शुरू करने के लिए पहल करते हुए आरवीयूएनएल के अधिकारियों को तत्काल अवश्यक कार्यवाही करने कहा था। जिला प्रशासन द्वारा खनन प्रभावित क्षेत्र के लोगां की समस्याओं का निराकरण तथा क्षेत्र में विकास के कार्य हेतु रोड मैप तैयार करने लगातार समाधान कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।