बिलासपुर—सरकंडा पुलिस ने नौकरी लगाने के नाम पर लाखों की ठगी के आरोपी को पकड़ा है। पुलिस के अनुसार आरोपी अखिलेश कुमार चौहान ने पीड़ितों से करीब 6,20,000 रूपये ठगी किया है।आरोपी ने पीड़ितों को रेलवे में टी.सी. के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर रूपया लिया। और इसके बाद फर्जी ज्वाइनिंग लेटर थमाया। शिकायत के बाद आरोपी पिछले पांच महीने से फरार था। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद न्यायालय के हवाले किया है।
अतिरिक्त पुलिस कप्तान उमेश कश्यप ने बताया कि घुरू निवासी हरिशंकर टंडन ने थाना सकरी पहुंचकर 19 अक्टूबर को ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराया। पीड़ित ने बताया कि अखिलेश चौहान ने अपने दोस्त आशीष दास के बारे में बताया कि वह रेलवे में टी.सी. की नौकरी लगाता है। आशीष कोलकाता में ज्वाईनिंग करने के बाद इस समय दुर्ग में नौकरी कर रहा है।
अखिलेश ने बताया कि आशीष का कोलकाता ऑफिस में जान पहचान है। यदि प्रयास करेंगे उसका भी नौकरी लगवा देगा। इसके बाद अखिलेश ने आशीष दास से मिलवा। आशीष दास ने बताया कि नौकरी लगाने के लिए 7 लाख 50 हजार रूपये लेगा। नौकरी लगने की उम्मीद में झांसा में आ गया। इसके बाद आशीष दास और अखिलेश चौहान मेरे किराये के घर त्रिवेणी नगर सरकण्डा आए। 11 दिसम्बर को दोनों ने नौकरी का फार्म भरवाया। शैक्षणिक दस्तावेज भी लिया। फार्म में अंगूठा लगवाकर फार्म स्वयं भर लेने की बात कह कर दोनों चले गए।
13 दिसम्बर 2020 को मेडिकल होने के पहले 1 लाख 50 हजार देने के लिए कहा। रूपया लेने अखिलेश चौहान और आशीष दास उसके घर आए। और डेढ लाख का चेक आशीष दास ने अपने एकाउण्ट में जमा कराया। इसके बाद अलग-अलग अलग-अलग किस्तों में आशीष दास ने कुल 6 लाख 20 हजार रूपया लिया। कूट रचित दस्तावेज दिखाकर कोलकाता से फर्जी मेल कराकर धोखाधड़ी किया
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि नौकरी नहीं लगनेपर पैसा वापस मांगा। अखिलेश चौहान और अशीष दास ने धमकी दिया कि रूपया वापस नहीं करेंगे। जो करना है कर लो। अखिलेश और आशीष दास ने मिलकर रेलवे में टी.सी. के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर 6,20,000 रूपया धोखाधड़ी कर लिया है।
रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 34 का अपराध दर्ज किया गया। लगातार पतासाजी कर सरकन्डा पुलिस टीम ने रेड कार्यवाही कर आरोपी को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान आरोपी आशीष ने ठगी का जुर्म कबूल किया। गिरफ्तार कर न्यायालय के हवाले किया है।