बिलासपुर— जिला पुलिस टीम ने हिमाचलन प्रदेश में एक सप्ताह तक लगातार कैम्प के दौरान दो विदेशियों समेत चार सायबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। प्रेस वार्ता कर पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपी टेलीग्राम एप के माध्यम से रूपया कमाने का प्रलोभन देते हैं। इसके बाद लाखों रूपयों की ठगी को अंजाम देने का काम करते हैं। इसी क्रम में आरोपियों ने मोपका निवासी सियाशरण तिवारी से करीब 27 लाख रूपयों से अधिक रूपयों की ठगी को अंजाम दिया। ठगी में शामिल शिमला में पकड़े गए चारो आरोपी विश्वविद्यालय के छात्र हैं। इसमें दो आरोपी भारतीय जबकि एक बंग्लादेश और एक कैमरून का रहने वनाला है।
पुलिस अधिकारियों के साथ प्रेसवार्ता कर पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने बताया कि मोपका निवासी सियाशरण तिवारी को अज्ञात मोबाईल से वाॅट्स्अप काल आया। कालर ने सियाशरण को घर में रहकर कार्य करते हुए लाखों रूपये कामने का लालच दिया। आरोपी ने ऑनलाईन टेलीग्राम एप से गूगल मैप पर होटल, लाॅज, किला की ऑनलाइन रिव्यू रेटिंग किया। स्क्रीन शाॅट भेजने पर आय अर्जित कराने के नाम पर प्रार्थी से कुल 27,80,510 रूपये ठगी किया। मामले में सियाशरण ने सरकन्डा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया।
पुलिस टीम ने धोखाधडी करने वालों के खिलाफ सायबर पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज कर कुण्डली तैयार किया। संदिग्ध लोगों का बैंक खाता चिन्हित कर स्टेटमेंट, एटीएम, फुटेज की समीक्षा करते हुए तकनीकी इनपुट एकत्रित किया। पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने बताया कि छानबीन के दौरान जानकारी मिली कि आरोपियों का ठिकाना इस समय हिंमाचल प्रदेश के शिमला और सोलन के आसपास है।
पुलिस कप्तान ने जानकारी दिया कि आईजी डाॅ. संजीव शुक्ला के निर्देशों को राजपत्रित पुलिस अधिकारियो के साथ बैठक कर आरोपियों को गिरफ्तार करने की रणनीति तैयार की। निरीक्षक राजेश मिश्रा की अगुवाई में पुलिस टीम को हिंमाचल प्रदेश के शिमला व सोलन के लिए रवाना किया। टीम ने इस दौरान एक सप्ताह तक कैम्प कर आरोपीयो की पतासाजी की।
इस दौरान जानकारी मिली कि चन्हित आरोपी ऑनलाइन ठगी का काम करते हैं। इसके बाद बिलासपुर की पुलिस टीम ने स्थानीय पुलिस से सहयोग किया। हैदराबाद निवासी आरोपी प्रियांशु रंजन को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान प्रियांशु रंजन ने बताया कि अपने साथी मोहम्मद शोबुल, राजवीर सिंह और टेम्फु कार्ल नगेह के साथ मिलकर पिछले एक साल से ऑनलाइन ठगी को अंजाम दे रहे हैं।
रजनेश सिंह ने बताया कि आरोपी के अनुसार साथियों के मिलकर टेलीग्राम एप के माध्यम से लोगो को जोडकर विभिन्न प्रकार से मुनाफा कमाने के नाम पर ऑनलाइन ठगी का काम करते हैं। पुलिस ने पूछताछ के बाद ठगी के काम में उपयोग में आने वाले मोबाईल फोन, लैपटाॅप, फर्जी सिमकार्ड जब्त किया। साथ ही आरोपियों का फर्जी बैंक खाता भी बन्द कराया है। आरोपियों से पीड़ित ठगी किए गए 27 लाख से अधिक रूपयों में से करीब 9 लाख रूपया वापस कराया गया है।
पुलिस कप्तान के अनुसासर गिरफ्तार चारो आरोपी बाहरा यूनिवर्सिटी वाक्नाघाट सोलन में पढ़ाई करते हैं। गिरफ्तार सभी आरोपियों को आईपीसी की धारा 420,201, 34 और 66(डी) आई.टी एक्ट के तहत न्यायिक रिमाण्ड में जेल दाखिल कराया है।
गिरफ्तार आरोपियों का नाम पता ठिकाना
1) प्रियांशु रंजन निवासी एसबीआई भास्कर राॅव नगर जीएनआज रेसीडेंनसी हैदराबाद,हाल मुकाम शिमला हिमाचल 2) राजवीर सिंह निवासी ग्राम-पोस्ट कलालकरन,जम्मू काश्मीर,हाल मुकाम बाहरा यूनिवर्सिटी शिमला हिमाचल 3) मोहम्द शोबुज मोरलनिवासी तेलीखानी दारून मोरनी खुलना बांग्लादेश* हाल मुकाम बाहरा यूनिवर्सिटी शिमला 4) टेम्कु कार्ल नगेह बामेन्डा कमेरुनियन हाल निवासी बाहरा यूनिवर्सिटी वाक्नाघाट सोलन हिमाचल प्रदेश।
पुलिस अधिकारियों का प्रयास
सम्पुर्ण कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर उमेश कश्यप,अतिरिक्त पुलिस कप्तान ग्रामीण अनुज कुमार,नगर पुलिस अधीक्षक चकरभाठा निमितेश सिंह ने विशेष मार्गदर्शन किया। निरीक्षक राजेश मिश्रा प्रभारी एसीसीयू और रेंज सायबर थाना उप निरीक्षक अजय वारे, सहायक उप निरीक्षक सुरेश पाठक, आरक्षक विजेन्द्र मरकाम, श्रीश तिवारी, मुकेश वर्मा और अन्य का विशेष योगदान रहा।