दौड़ना हमारी सेहत के लिए बेहद लाभदायक होता है। लेकिन जब आपको गठिया जैसी हड्डी और जोड़ों से जुड़ी कुछ समस्या हो, तो सावधानी बरतना बेहद जरूरी होता है। अगर आपकी डेली रूटीन में रनिंग शामिल है और आप गठिया की समस्या से जूझ रहे हैं, तो आप या तो बहुत तेज या लंबा नहीं दौड़ेंगे या फिर दौड़कर आप अपने जोड़ों के दर्द को बढ़ा देंगे। ऐसे में गठिया के साथ दौड़ते समय जरूरी है कि आप दर्द से बचने के लिए अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। तो चलिए जानते हैं गठिया की समस्या में दौड़ते समय आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
जोड़ों में दर्द, अकड़न और सूजन का अनुभव करना व्यक्तियों में एक आम शिकायत है, जो अक्सर गठिया की वजह से होती है। यह बीमारी किसी भी उम्र के लोगों को अपना शिकार बना सकती है। गठिया होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें उम्र, जेनेटिक, चोट या फिर रुमेटीइड गठिया जैसी ऑटोइम्यून समस्या शामिल है।
गठिया होने पर पीड़ित व्यक्ति के मन में कई तरह के सवाल रहते हैं। वह इस दौरान इस बात को लेकर असमंजस में रहते हैं कि वह कौन सी गतिविधियां कर सकते हैं और कौन सी नहीं कर सकते। गठिया को लेकर अक्सर पूछा जाने वाला सवाल यह है कि क्या गठिया होने पर दौड़ना या कसरत करना सेहत के लिए ठीक है? गठिया होने पर पीड़ित व्यक्ति रनिंग आदि कर सकता है। हालांकि, इसके लिए कुछ जरूरी दिशानिर्देशों का पालन करना भी जरूरी है।
डॉक्टर से सलाह लें
गठिया में प्रत्येक व्यक्ति के जोड़ों को नुकसान के विभिन्न स्तर होते हैं और इसी वजह से उनके लक्षणों की सीमा भी भिन्न हो सकती है। ऐसे में अगर आप गठिया के शिकार हैं और रनिंग शुरू करने का मन बना रहे हैं, तो इससे पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
धीरे-धीरे शुरू करें
रनिंग की शुरुआत सही तरीके से और धीरे-धीरे करें। दौड़ने से पहले वार्म-अप के साथ शुरुआत करें और फिर धीरे-धीरे चलना से शुरू करें। फिर दौड़ने की अवधि और तीव्रता को बढ़ाएं। इस दौरान जोड़ों पर होने वाले प्रभाव के लिए अपने शरीर को थोड़ा समय दें।
सही फुटवियर चुनें
गठिया में रनिंग करने के लिए बेहतर होगा कि आप अपने लिए सही और आरामदायक फुटवियर चुनें। इसके लिए आप गद्दीदार जूतों का चुनाव कर सकते हैं, जिससे आपको चलने और दौड़ने में कोई परेशानी न हो।
दर्द पर ध्यान दें
दौड़ने के दौरान और बाद में अगर आपको किसी भी तरह के दर्द या परेशानी का अहसास हो, तो उस पर ध्यान दें। यदि जोड़ों का दर्द, सूजन, या अकड़न बढ़ जाती है, तो एक ब्रेक लें और कोशिश करें कि कम प्रभाव वाले व्यायामों को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
पर्याप्त आराम और फ्लैक्जिबल व्यायाम करें
मसल्स को ठीक होने और मजबूती हासिल करने के लिए आराम बेहद जरूरी है। दौड़ने के बाद जोड़ों की अकड़न से राहत पाने के लिए फ्लेक्सिबिलिटी स्ट्रेच करने से फायदा मिलेगा।
जरूरत से ज्यादा न करें
रनिंग या वर्क आउट करते समय ज्यादा मेहनत और दर्द में जोर लगाने से बचें। दर्द होने पर रनिंग करने या व्यायाम करने से सूजन और भी बदतर और स्थायी बन सकती है।
आराम को अनदेखा न करें
रनिंग करने के बाद शरीर को पर्याप्त आराम की जरूरत होती है। ऐसे में रनिंग के बाद आराम को नजरअंदाज न करें। आराम करने से चोट और जोड़ों को ठीक होने में मदद मिलेगी।
असमान या कठोर सतहों पर न दौड़ें
अगर आपको गठिया है और आप रनिंग कर रहे हैं, तो कठोर सहत की जगह नरम सतहों जैसे घास, ट्रैक्स, या मिट्टी वाली जमीन पर दौड़ें। कंक्रीट या अन्य कठोर सतहों पर दौड़ने से बचें, जो आपके जोड़ों की परेशानी बढ़ा सकती हैं।
जोड़ों के दर्द या सूजन को नज़रअंदाज़ न करें
अगर लगातार दौड़ने से काफी दर्द, सूजन या जोड़ों की समस्या बढ़ रही हैं, तो तैराकी और योग जैसे व्यायाम पर स्विच कर सकते हैं। इससे आप अपने जोड़ों को नुकसान पहुंचाए बिना एक्टिव रह पाएंगे।
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