नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने वाले लोगों को बड़ी खुशखबरी दी है। केंद्र सरकार ने गुरुवार को तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के लिए स्माल सेविंग स्कीम की नई ब्याज दरों की घोषणा कर दी है। इस बार सरकार ने 1 अक्टूबर से शुरू होने वाली तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर में 30 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतरी की है। डाकघरों में 3 साल की फिक्स्ड डिपॉजिट को मौजूदा 5.5 प्रतिशत से 5.8 प्रतिशत कर दिया है। बता दें कि छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में 27 महीने बाद कोई संसोधन हुआ है।
गौरतलब है कि सरकार हर तिमाही छोटी बचत योजनाओं की समीक्षा करती है। इसके बाद ब्याज दरें बढ़ाने या घटाने का फैसला लिया जाता है। यह फैसला वित्त मंत्रालय की ओर से लिया जाता है। पहले यह घोषणा रिजर्व बैंक की एमपीसी बैठक के बाद की जाती थी लेकिन अब वित्त मंत्रालय की ओर से यह घोषणा की जाती है। वहीं सरकार ने सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम की ब्याज दर को बढ़ाकर 7.6 परसेंट कर दिया है। इसमें 0.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। पहले यह दर 7.4 परसेंट होती थी। इसी प्रकार से मंथली इनकम अकाउंट स्कीम की दर को भी 6.7 फीसदी कर दिया गया है, जबकि पहले यह दर 6.6 फीसदी हुआ करती थी।
दो साल के टाइम डिपॉजिट पर ब्याज दर को 5.5 परसेंट से बढ़ाकर 5.7 परसेंट किया गया है। ठीक इसी तरह 3 साल के टाइम डिपॉजिट की दर को 5.5 परसेंट से बढ़ाकर 5.8 परसेंट कर दिया गया है। जबकि पांच साल के टाइम डिपॉजिट पर ब्याज दर को 6.7 परसेंट ही रखा गया है। मौद्रिक नीति समिति की अगस्त की बैठक में आरबीआई के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने बताया कि जब छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को बढ़ाया जाता है, तो इससे बैंकों पर खुदरा जमा पर ब्याज दरें बढ़ाने का दबाव बढ़ेगा।
सेविंग डिपॉजिट, 1 साल, 5 साल की एफडी, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NCS), सुकन्या समृद्धि योजना, सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) पर वर्तमान तिमाही के समान ब्याज दरें मिलती रहेंगी। नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट पर ब्याज दर फिलहाल 6.8 फीसदी है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) पर 7.10 प्रतिशत ब्याद दर है। गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने मई से बेंचमार्क उधार दर में 140 आधार अंकों की वृद्धि की है। इसने बैंकों को डिपॉजिट पर भी ब्याज दरें बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है।