Get all latest Chhattisgarh Hindi News in one Place. अगर आप छत्तीसगढ़ के सभी न्यूज़ को एक ही जगह पर पढ़ना चाहते है तो www.timesofchhattisgarh.com की वेबसाइट खोलिए.

समाचार लोड हो रहा है, कृपया प्रतीक्षा करें...
Disclaimer : timesofchhattisgarh.com का इस लेख के प्रकाशक के साथ ना कोई संबंध है और ना ही कोई समर्थन.
हमारे वेबसाइट पोर्टल की सामग्री केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और किसी भी जानकारी की सटीकता, पर्याप्तता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता है। किसी भी त्रुटि या चूक के लिए या किसी भी टिप्पणी, प्रतिक्रिया और विज्ञापनों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
प्रतिबन्ध के बाद भी.. ऐसे हुई 14 अवैध प्लाट की रजिस्ट्री…दलालों का खेल…देखता रह गया प्रशासन…उप पंजीयक ने बताया..हमें नहीं पता

बिलासपुर— कलेक्टर के लगातार निर्देश के बाद अवैध प्लाटिंग का कारोबार रूक नहीं रहा है। जमीन माफिया अधिकारी के प्रतिबंधात्मक आदेश के बाद भी धड़ल्ले से अवैध प्लाटिंग कर जमीन का खुलेआम कारोबार कर रहे हैं। ताजा मामला सकरी तहसील के मेन्ड्रापार का है। एसडीएम और तहसीलदार के आदेश के बाद भी जमीन माफियों ने दो दिन पहले प्रतिबंधित जमीन 14 प्लाट की रजिस्ट्री कराया है। जबकि टीएनसी ने भी रजिस्ट्री नहीं करने का आदेश दिया है।

    जानकारी देते चलें कि तीन दिन पहले शासन के आदेश पर कलेक्टर ने अवैध प्लाटिंग के खिलाफ प्रभावी कदम उठाते हुए कार्रवाई का आदेश दिया। ताबड़तोड़ कार्रवाई कर निगम और राजस्व महकमें ने अवैध प्लाटिंग करने वालों की सूची तैयार कर नोटिस जारी किया। इसके पहले नगर एवं ग्राम निवेश महकमा ने अवैध प्लाटिंग के खिलाफ नोटिस जारी किया। बावजूद इसके ना केवल अवैध प्लाटिंग बल्कि रजिस्ट्री भी बेरोक टोक जारी है।

 

बताते चलें कि टीएनसी को सकरी तहसील स्थित मेन्ड्रा गांव में अवैध प्लाटिंग की जानकारी मिली। इसके बाद टीएनसी ने 27 और 20 जनवरी के बीच पन्द्रह लोगों नोटिस जारी किया। मामले में तखतपुर एसडीएम ने भी अवैध प्लाटिंग के खिलाफ एक्शन लिया। बावजूद इसके पिछले दिनों करीब दो दर्जन से अधिक प्लाट की रजिस्ट्री प्रतिबंधित जमीनों से हुई है।

 

 दो दिन पहले यानी सोमवार को प्रतिबंधित खसरा 141/2 से ही 14 अवैध प्लाट की रजिस्ट्री हुई। मजेदार बात है कि इस 141/2 जमीन को लेकर नोटिस भी जारी किया गया है।

 

कैसे हो गयी रजिस्ट्री

नाम नहीं छापने की सूरत में एक दलाल ने बताया कि प्रतिबंधित प्लाट की रजिस्ट्री संभव है। इसके लिए कुछ खर्च करना पड़ता है। प्रत्येक प्लाट पर तीस से चालिस हजार का अतिरिक्त खर्च आता है। लेकिन दलाल ने यह नहीं बताया कि रूपया किसे दिया जाता है। साफ जाहिर है कि पंजीयन विभाग में दलाली का खेल जमकर चल रहा है। ऐसे में विभाग के अधिकारियों के साथ मिली भगत को इंकार नहीं किया जा सकता है।

 

उप पंजीयक ने बताया सिस्टम खराब

प्रतिबंध के बाद भी रजिस्ट्री किए जाने के सवाल पर उप पंजीयक ने बताया कि हमारे पास सूची नहीं है। खासकर मेन्ड्रा की सूची हमारे पास नही है। आज एक सूची जरूर आयी है। उसे हमने प्रतिबंधित सूची में डाल दिया है। उप पंजीयक ने यह भी बताया कि कम्प्यूटर खराब है इसलिए हम इस स्थिति में नहीं है कि सोमवार को मेन्ड्रा स्थित 141/2 में किसकी रजिस्ट्री हुई है। जैसे ही सब कुछ ठीक हो जाएगा। जानकारी मिल जाएगी।

 

टीएनसी ने किसे भेजा नोटिस

1) दुर्गा पिता इतवारी….खसरा नम्बर 160/1,160/2,

2) संतोष कुमार भारद्वाज…खसरा नम्बर..161/2

3) कनक राय…..खसरा नम्बर 141/2,141/3

4) कामेश प्रताप सिंह…खसरा नम्बर 1/24

5) रमा बाई….खसरा नम्बर 391/1,483/1, 626/1,

6 अंजू सिंह रायपूत..खसरा नम्बर…120/1,

7) प्रदीप पटेल…खसरा नम्बर 130/1

8) इन्तजार अली…खसरा नम्बर…35/84

9) खेदू राम…खसरा नम्बर…139/1, 129/3

10) दुर्गा प्रसाद..खसरा नम्बर…129/2

11) शुभम शर्मा…खसरा नम्बर..596/1

12) गौकरण..खसरा नम्बर…595/1

13) सैयद मीर मेराज बख्शी…35/83, 36/46

14) दुलार सिंह जोशी..खसरा नम्बर…668

15) नन्दलाल यादव..खसरा नम्बर…164/1, 164/2,164/4 और 164/8

https://www.cgwall.com/even-after-the-ban-registration-of-14-illegal-plots-took-place-administration-kept-watching-the-game-of-brokers-sub-registrar-said/