बिलासपुर—सिन्धी समाज का बहुत बड़ा चेहरा शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी देवीदास वाधवानी का हैदराबाद में इलाज के दौरान सोमवार को निधन हो गया। पिछले चार महीने से देवीदास वाधवानी का इलाज हैदराबाद में चल रहा था। कुछ दिनों पहले ही वाधवानी का फेफडा ट्रांसप्लांट हुआ था। बावजूद इसके आज यानी सोमवार की दोपहर करीब साढ़े तीन बजे के आसपास वााधवानी ने अंतिम सांस लेकर दुनिया को अलविदा कह दिया। इस दौरान परिवार के सदस्य भी मौजूद थे।
समाज शहर और प्रदेश के बड़े व्यवसायी देवीदास वाधवानी का हैदराबाद में इलाज के दौरान निधन हो गया है। निधन की खबर के बाद सिन्धी समाज में शोक की लहर है। समाजसेवी वाधवानी के नजदिकियों ने बताया कि उनके योगदान को ना केवल समाज बल्कि व्यापार जगत कभी भुला नही सकता है। वाधावानी ने हमेशा अंतिम व्यक्तियों के लिये काम किया। कोरोना काल में किए गए उनके कार्य को हमेशा याद किया जायेगा। उन्होने व्यापार के साथ ही गरीबों के बीच विशेष स्थान हासिल किया है। वह मात्र 65 साल के थे।
देवीदास वाधवानी ने बिलासपुर के व्यापार जगत को नई ऊंचायों पर स्थापित करने में योगदान दिया। उन्होने धार्मिक और व्यवसायिक जगत में कई पदों पर रहकर अपनी जिम्मेदारियों को निभाया। वाधवानी ने अलग अलग समय पर व्यापार विहार मर्चेन्ट एसोसिएशन, पूज्य सिन्धी सेन्ट्र पंचायत संगठन की जिम्मेदारियों को संभाला। झूलेलाल सेवा समिति का भी नेतृत्व किया। राधास्वामी सत्संग समिति के क्षेत्रीय पदाधिकारी भी थे।
करीबियों ने बताया कि पिछले चार महीने से हैदराबाद में फेफड़ा से संबधित बीमारी का इलाज चल रहा था। कुछ दिनों पहले ही फेफड़ा का ट्रांसप्लांट हुआ। सब कुछ ठीक होने के बाद भी सोमरवार को तीन बजे के बाद उन्होने अस्पताल में ही दुनिया को अलविदा कह दिया। समाज के लोगों ने गहरा शोक जाहिर किया है।