रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र कल यानी (22 जुलाई) से शुरू हो रहा है। इसे लेकर कांग्रेस की तैयारी भी शुरू हो गई है। रायपुर के एक होटल में आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. विधायक दल की बैठक में नेता-प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने बताया कि बैठक में बस्तर से तीन बार के विधायक लखेश्वर बघेल को उप नेता-प्रतपिक्ष बनाने पर सभी सहमत हुए, जिसके बाद अब आखिरी फैसले के लिए राष्ट्रीय नेतृत्व के पास उनका नाम भेजा जाएगा.
छत्तीसगढ़ विधानसभा का पांच दिवसीय मानसून सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं।पिछली बार विपक्ष में रही बीजेपी ने मानसून सत्र के दौरान पूर्व सीएम भूपेश बघेल सरकार को सदन में जमकर घेरा था।अब चूंकि कांग्रेस विपक्ष में हैं, तो कांग्रेस विष्णु देव साय (बीजेपी) सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगी।
विधानसभा का मानसून सत्र हंगामेदार होने के आसार हैं। गत 10 जून को बलौदाबाजार में हुई हिंसा की घटना के बाद से विपक्ष सरकार को सभी मंचों पर घेर रही है।
पूरी संभावना है कि मानसून सत्र में विपक्ष सरकार को सदन में घेरने की कोशिश करेगी।
बलौदाबाजार में गत 10 जून को सतनामी समाज के धरने के दौरान हुई हिंसा में जिला कलेक्टर और एसपी दफ्तर को आग के हवाले कर दिया था।
आगजनी और तोड़फोड़ की घटना में पूरा कलेकट्रेट और एसपी ऑफिस जलकर खाक हो गया था।
अब मानसून सत्र में विपक्ष इस मुद्दे को लेकर विपक्ष सरकार की नाकाम गिनाने की कोशिश करेगी।छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने बताया, “मानसून सत्र को लेकर विधानसभा की सभी सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
विधायकों के प्रश्न आते हैं, उनके जवाब विभाग से बुलवाने पड़ते हैं। वह नीयत समय में उनको जवाब मिले।ध्यानाकर्षण, स्थगन और बाकी अन्य विषयों पर भी चर्चा होती है। उसकी तैयारियां हो गईं हैं।
मानसून सत्र कम समय का जरूर है। मगर मुझे लग रहा है जिस प्रकार के मुद्दे आ रहे हैं, काफी अच्छी चर्चा होगी। उम्मीद है एक सार्थक निष्कर्ष निकलेगा।
स्पीकर ने कहा कि जो वादे विष्णुजी की सरकार ने किए थे, भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने उन वादों को पूरा करना शुरू कर दिया है।”
रमन सिंह ने बताया कि पहली बार नया प्रयोग विधानसभा में कर रहे हैं। अभी तक ध्यानाकर्षण खासतौर से और बाकी विषयों में प्रश्न जो आते थे, वह प्रस्तुत होकर देना पड़ता था।अब इसमें नई प्रक्रिया शुरू हुई है। अब ध्यानाकर्षण भी पेपरलेस किया गया है।ऑफिस की तैयारी से विधायकगण अपनी तरफ से ध्यानाकर्षण की पूरी सूचना विधानसभा सचिवालय में बस्तर से, सरगुजा से, कहीं से भी दे सकते हैं और उसको माना जाएगा कि वो उनका प्रश्न या ध्यानाकर्षण है।