प्रशांत मिश्रा@कोरिया। वन मंडल छत्तीसगढ़ में बाघों की मौजूदगी ने वन्यजीव प्रेमियों का ध्यान खींचा है। हाल ही में, यहां तीन बाघों के विचरण की जानकारी सामने आई है। यह इलाका पलामू टाइगर रिजर्व (झारखंड) और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (मध्य प्रदेश) के बीच स्थित प्राकृतिक कॉरिडोर का हिस्सा है, जो बाघों के आवागमन का अहम मार्ग बन चुका है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह क्षेत्र बाघों के लिए बेहद अनुकूल है। यहां भोजन, पानी और सुरक्षित आश्रय की पर्याप्तता इसे बाघों के लिए आदर्श स्थल बनाती है। यही कारण है कि बाघ अक्सर इस इलाके में देखे जा सकते हैं।
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कोरिया वन मंडल को संरक्षित करना बेहद जरूरी है, ताकि बाघों और अन्य वन्यजीवों के लिए यह स्थान सुरक्षित बना रहे। इस इलाके की जैव विविधता न केवल बाघों के संरक्षण में मददगार है, बल्कि यह पूरे पारिस्थितिकी तंत्र के लिए लाभकारी साबित हो सकती है।