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भगवान परशुरामः न्याय,पराक्रम के अपराजेय देवता…सभापति गौरहा ने बताया..अधर्म के खिलाफ चलाया फरसा…इस दिन मां की विशेष कृपा

बिलासपुर—जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा ने अक्षय तृतीया एवं परशुराम जयंती पर जिला और प्रदेश वासियों को शुभकामनाएं दी है। अंकित गौरहा ने कहा कि हमारे धर्मग्रन्थ में अक्षय तृतिया का पर्व काफी शुभकारी और मंगलमय माना जाता है। माता लक्ष्मी की सब पर असीम कृपा होती है। माता लक्ष्मी सभी की मन्नतों को पूरा करती है। आज ही ब्राम्हण शिरोमणी भगवान परशुराम का जन्मदिन है। भगवान विष्णु के अवतार भगवान परशुराम को न्याय,साहस और कर्म के देवता माना जाता है।

अंकित गौरहा ने बिलासपुर समेत प्रदेश वासियों को भगवान परशुराम जयंति की बधाई दी है। अंकित ने प्रेस नोट जारी कर सभी को अक्षय तृतिया की शुभकामनाएं दी है। अंकित ने बताया गर्व की बात है कि आज भगवान विष्णु के अवतार भगवान परशुराम की जयंति है। भगवान परशुराम को न्याय का देवता और अपराजेय योद्धा भी कहा जाता है। उन्होंने धरती को हमेशा तामसी विचारों से बचाया है। धरती पर जब जब मुसीबत आयी..भगवान परशुराम ने दुनिया को राक्षसविहीन किया है।

 अंकित ने कहा अक्षय तृतिया का पर्व दान-पुण्य वाला है। श्रद्धा से याद करने पर माता लक्ष्मी की भक्तों पर हमेशा कृपा रहती है। अक्षय़ तृतिया का पर्व बहुत ही मंगलमय होता है। आज सभी मांगलिक कार्यों को अनुमति होती है।

 सभापति ने बताया कि भगवान परशुराम शास्त्र और शस्त्र दोनों विधा में निष्णात देवता हैं। उन्होने हमेशा अन्याय का विरोध कर पीड़ितों को न्याय दिया है। भगवान परशुराम के आदर्श युगों-युगों तक मानवजाति की प्रेरणा का केंद्र रहेंगे। उन्होने अपने तप और  पराक्रम से समाज में समता और न्याय की स्थापना किया। भगवान परशुराम के आदर्श को प्रलय के अंतिम समय तक याद किया जाएगा।  परशुराम का जन्मोत्सव अन्याय पर न्याय की जीत के रूप में मनाया जाता है।

भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर राजकिशोर नगर स्थित भगवान परशुराम की प्रतिमा अनावरण किया गया। इस दौरान छत्तीसगढ़ी सरयूपारी  द्विज परिवार सेवा समिति और ब्रह्मण युवा आयाम के सदस्य विशेष रूप से उपस्थित थे। सभापति अंकित गौरहा समेत गणमान्य ब्राम्हण समाज के लोगों ने भगवान परशुराम की महाआरती कर सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। इस दौारन भंडारा का आयोजन किया गया।

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