बिलासपुर—पूर्व विधायक शैलेश पांडे ने कलेक्टर को पत्र लिखा है। उन्होने बताया कि निकाय चुनाव के मद्देनजर सरकार ने वार्ड परिसीमन का फैसला किया है। कांग्रेस पार्टी की मांग है कि परिसीमन के दौरान राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। वार्ड सीमा निर्धारित करते समय जनसंख्या और भौगोलिक अनुपात का ध्यान रखा जाना चाहिए।
पूर्व विधायक शैलेश पाण्डेय ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि दिसंबर माह में होने वाले नगर निगम चुनाव के मद्देनजर परिसीमन कार्य को लेकर जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से परिसीमन प्रक्रिया और जनता की चिन्ता को सामने रखा है। शैलेष ने बताया कि निगम के 70 वार्डों में परिसीमन की प्रक्रिया चल रही है । दावा आपत्ति के बाद नए सिरे से वार्ड का विभाजन कर दिया जाएगा।
शैलेष ने कहा कि परिसीमन में राजनीतिक हस्तक्षेप की बात सामने आ रही है। जिलाधीश को पत्र लिखकर कांग्रेस पार्टी ने अपनी चिन्ता को जाहिर किया है।कांग्रेस पार्षदों का आरोप है कि बड़े भाजपा नेताओं के दबाव में कांग्रेस पार्षदों के वार्ड में मनमाने तरीक़े से परिसीमन किया जा रहा है।
पूर्व विधायक ने कहा कि कलेक्टर से मांग है कि वार्डों का परिसीमन भौगोलिक और मतदाताओं की जनसंख्या के अनुपात में ही करें। इस दौरान किसी प्रकार का राजनीतिक हस्तक्षेप बर्दास्त नहीं किया जाएगा। बिलासपुर नगर निगम के 70 में 38 वार्ड शहरी क्षेत्र में है। इसके अलावा शेष 32 वार्ड बिल्हा,तखतपुर,मस्तूरी और बेलतरा विधानसभा क्षेत्र से आते है।
हमें जानकारी मिल रही है कि भाजपा विधायकों की तरफ से परिसीमन को लेकर अधिकारियों पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है।बिलासपुर नगर निगम क्षेत्र में बेलतरा क्षेत्र के सरकंडा स्थित 17 वार्ड शामिल हैं। तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में सकरी उसलापुर घुरू अमेरी के वार्ड शामिल हैं। बिल्हा विधानसभा क्षेत्र में रेलवे पार लोको कॉलोनी, झोपड़ा पारा,नयापारा, सिरगिटटी , तिफरा,गणेश नगर आता है।
पत्र के माध्यम से कलेक्टर से स्पष्ट किया है कि भाजपा विधायकों के दबाव में वार्डो का परिसीमन ना करें। किसी प्रकार की गड़बड़ी की जानकारी मिलने पर परिसीमन का पुरजोर विरोध किया जाएगा।