गुलवाडी साल 2001 में अस्थायी बिजनेस वीजा पर अमेरिका पहुंचा था। वहां उसने एक अमेरिकी महिला से शादी कर ली। अगस्त 2008 में उसने अपनी पहली पत्नी को तलाक दिया और तलाक देने के दो हफ्ते से भी कम समय में एक अन्य अमेरिकी महिला से शादी कर ली।
एक भारतीय अमेरिकी नागरिक अमेरिका में नागरिकता पाने के लिए फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल का दोषी पाया गया है। दोषी ने धोखाधड़ी कर अमेरिकी पासपोर्ट बनवाया। अब दोषी पाए जाने के बाद उसे अधिकतम 10 साल की जेल की सजा हो सकती है। साथ ही उसकी अमेरिकी नागरिकता भी समाप्त हो जाएगी। दोषी की पहचान जयप्रकाश गुलवाडी (51 वर्षीय) के रूप में हुई है। जयप्रकाश गुलवाडी अमेरिका के फ्लोरिडा का निवासी है।
साल 2001 में अमेरिका गया था जयप्रकाश
होमलैंड सिक्योरिटी ने जांच के दौरान पाया कि गुलवाडी ने गैरकानूनी तरीके से सबूतों का गलत इस्तेमाल कर अमेरिकी नागरिकता पायी थी। साथ ही गुलवाडी ने फर्जी दस्तावेजों से और झूठ बोलकर अपना पासपोर्ट बनवाया था। गुलवाडी साल 2001 में अस्थायी बिजनेस वीजा पर अमेरिका पहुंचा था। वहां उसने एक अमेरिकी महिला से शादी कर ली। अगस्त 2008 में उसने अपनी पहली पत्नी को तलाक दिया और तलाक देने के दो हफ्ते से भी कम समय में एक अन्य अमेरिकी महिला से शादी कर ली। इस शादी के आधार पर वह साल 2009 में कानूनी रूप से अमेरिका का स्थायी नागरिक बन गया।
ऐसे दिया धोखाधड़ी को अंजाम
अमेरिकी नागरिकता मिलने के बाद अगस्त 2009 में वह भारत लौटा और यहां भी एक भारतीय महिला से शादी कर ली। इसके बाद जयप्रकाश का भारत आना-जाना लगा रहा और यहां उसकी पत्नी ने जनवरी 2011 में पहले बच्चे को जन्म दिया। अगस्त 2013 में गुलवाडी की अमेरिकी महिला से शादी भंग हो गई। इसके बाद गुलवाडी ने फिर से नैचुरलाइजेशन प्रक्रिया के तहत फिर से नागरिकता के लिए आवेदन किया और आवेदन में बताया कि वह शादीशुदा नहीं है और न ही उसने एक ही समय पर एक से ज्यादा महिलाओं से शादी की है। इस आवेदन के आधार पर गुलवाडी अगस्त 2014 में अमेरिकी नागरिक बन गया। इसके बाद गुलवाडी ने अमेरिकी पासपोर्ट के लिए आवेदन किया, लेकिन पासपोर्ट में उसने गलती से अपनी भारतीय पत्नी के बारे में जानकारी दे दी। इसके बाद जांच में वह पकड़ गया। अब जल्द ही उसे सजा का एलान हो सकता है।
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