नई दिल्ली, 29 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि देश में सरकार से पहचान प्राप्त कर चुके स्टार्टअप ने मिलकर अब तक 15.5 लाख से ज्यादा प्रत्यक्ष रोजगार के मौके सृजित किए हैं। सरकार की ओर से बीते एक दशक में देश में स्टार्टअप कल्चर को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) (एमएसडीई) ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (डीपीआईआईटी) की ओर से 1,40,803 स्टार्टअप की पहचान की गई है।
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम एंटरप्राइजेज (एमएसएमई) ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) को लागू किया है। इसके तहत उद्योगपतियों को नए एंटरप्राइजेज गैर-कृषि क्षेत्र में सेट अप करने में मदद करना है।
इसका उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शहरी एवं ग्रामीण बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।
इस स्कीम की शुरुआत से अब तक 9.69 लाख सूक्ष्म एंटरप्राइजेज को 25,500 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जा चुकी है और इन्होंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर 79 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया है।
मंत्रालय की ओर से अगले दो वित्त वर्ष में (2024-25 और 2025-26) 1.6 लाख नए एंटरप्राइजेज सेटअप करने की योजना बनाई गई है। इससे 12.8 लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
बता दें, आम बजट 2024-25 में सरकार ने एंजेल टैक्स को हटा दिया है। इसके हटने से स्टार्टअप में विदेशी फंडिंग बढ़ेगी।
—आईएएनएस
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