लखनऊ। राजधानी लखनऊ के दारोगा ध्यान सिंह यादव की मौत की गुत्थी अभी तक सुलझी नहीं है। उनका सिर कटा हुआ शव रेलवे ट्रैक पर मिला था, और पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मान रही है। हालांकि, शव के पास उनका मोबाइल और अन्य सामान नहीं पाया गया, जिससे कई सवाल उठ रहे हैं। इस मामले में अब पुलिस CDR (Call Detail Record) रिपोर्ट की जांच कर रही है, जिससे यह पता चल सके कि दारोगा ने आखिरी बार किससे बात की थी और उनके संपर्क में कौन लोग थे।
DCP साउथ जोन के केशव कुमार ने कहा कि मामले की हर पहलू पर जांच की जा रही है। मृतक के मोबाइल नंबर से कॉल डिटेल खंगाली जा रही है, और उनके परिवार के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। मृतक की मौत के संदर्भ में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह सचमुच आत्महत्या थी, या इसके पीछे कोई साजिश थी।
यह घटना बुधवार को लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में हुई थी, जहां पुलिस मुख्यालय में तैनात दारोगा की लाश रेलवे ट्रैक पर मिली। पुलिस ने शुरुआत में इसे आत्महत्या बताया, लेकिन अन्य संदिग्ध परिस्थितियाँ और गायब सामान मामले को और जटिल बना रहे हैं। CDR रिपोर्ट से और अहम जानकारी मिलने की उम्मीद है, जो इस मामले की गुत्थी को सुलझाने में मदद कर सकती है।