बिलासपुर—रायपुर स्थित राजीव भवन कांग्रेस कार्यालय में एक दिन पहले लोकसभा चुनाव रायशुमारी बैठक हुई। बैठक कांग्रेस स्क्रिनिंग कमेटी प्रमुख रजनी पाटिल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट की अगुवाई में हुई। बैठक में भूपेश बघेल,चरणदास महंत समेत प्रदेश के दिग्गज नेताओं ने शिरकत किया। बिलासपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय पाण्डेय, मेयर रामशरण यादव के अलावा कार्यक्रम में बिलासपुर जिले के कमोबेश सभी नेता शामिल हुए। बैठक में हार की टीस के बीच पूर्व विधायकों समेत दिग्गज नेताओं ने लोकसभा चुनाव टीएस और महंत की अगुवाई में लड़े जाने की बात कही।
एक दिन पहले रायपुर स्थित राजीव भवन कांग्रेस कार्यालय में लोकसभा चुनाव प्रत्याशई रायशुमारी को लेकर प्रदेश के दिग्गज नेताओं की बैठक हुई। इस दौरान बैठक में बिलासपुर जिले के दोनो विधायक कोटा से अटल श्रीवास्तव और मस्तूरी से दिलीप लहरिया शामिल नहीं हुए। साथ ही दो अन्य नेताओं बिलासपुर शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पाण्डेय और मेयर रामशरण यादव को बुलाया नहीं गया। बैठक में सभी लोगों ने लोकसभा चुनाव की गणित को लेकर विस्तार से अपनी बातों को रखा।
सूत्र ने बताया कि बैठक में टीएस सिंहदेव ने भी शिरकत नही किया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के अलावा ,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, फूलोदेवी नेताम, पूर्व विधायक रश्मि आशीष सिंह, शैलेष पाण्डेय, विजय केशरवानी, बैजनाथ चन्द्राकर, आत्मानन्द क्षत्री,संचित बनर्जी, उत्तम वासुदेव, विष्णु .यादव, चुरावन मंगेश्कर, पीयुष कोशलते समेत कई दिग्गज मौजूद थे।
सूत्र के अनुसार बातचीत के दौरान सभी वरिष्ठ नेताओं ने आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि आपसी खींचतान की वजह से विधानसभा मे हमारी हार हुई है। अब देश और प्रदेश का तेजी से वातावरण बदला है। इस समय प्रदेश में हिन्दुत्तव की लहर है। इससे महत्वपूर्ण बात यह है कि करारी हार के बाद संगठन का मनोबल टूटा हुआ है। खुद कांग्रेसी कार्यकर्ता मानकर चल रहे हैं कि हिन्दुत्व लहर में भाजपा की जीत निश्चित है। ऐसे में लोकसभा चुनाव बहुत बड़ी चुनौती होगी।
सभी ने लोकसभा चुनाव में आने वाली परेशानियों को रखा…। कांग्रेस नेताओं ने सुझाव दिया। इसी दौरान यह भी मुद्दा सामने आया कि आखिर लोकसभा चुनाव की कमान प्रदेश कौन संभालेगे। लम्बी बातचीत के बाद मामला सामने आया कि यदि हम टीएस सिंहदेव और डॉ.चरणदास महंत को सामने रखकर चुनाव लड़ेंगे। तो सफलता निश्चित है। कार्यकर्ताओं का मनोबल भी बढ़ेगा। भाजपा पर दबाव भी होगा। बैठक में मौजूद कमोबेश सभी नेताओं ने टीएस और चरण दास की अगुवाई का समर्थन किया। इस दौरान मौके पर मौजूद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लोगों की बातों को सुनते रहे। लेकिन उन्होने कहा कुछ नहीं।
सूत्र की माने तो बैठक में इस बात को लेकर अन्दर से ना ही सही लेकिन बाहर से सभी ने टीएस और चरणदास महंत की अगुवाई को सही बताया। साथ ही यह भी बात सामने आयी कि टीएस सिंहदेव और चरणदास महंत संभव है कि लोकसभा चुनाव लड़ें। बताया जा रहा है कि टीएस सिंहदेव रायपुर या बिलासपुर में किसी एक लोकसभा क्षेत्र में मैदान में उतर सकते हैं। संभव है कि चुनाव की कमान टीएस सिंहदेव के हाथ में आए।