मानवाधिकार को लेकर चीन की वैश्विक मंच पर आलोचना की जा रही है। इसका जवाब देने के लिए अब राष्ट्रपति शी चिनफिंग (Xi Jinping) ने मामले को अपने तरीके से हैंडल करने का मन बनाया है। उन्होंने देश की जनता से कहा कि मानवाधिकारों को लेकर चीन का अपना व्यक्तिगत दृष्टिकोश है। इसे सार्वजनिक करने की जरूरत है और इसका सम्मान भी किया जाना चाहिए।
दरअसल उइगर समुदाय के प्रति चीन के व्यवहार को लेकर दुनिया भर के आलोचनात्मक रुख को अब राष्ट्रपति चिनफिंग की ओर से जवाब दिया जाएगा। बता दें कि इसके लिए शी चिनफिंग ने माफी मांगने से इनकार कर दिया।
हाल में ही शी ने कहा था कि साल 2012 में सत्ता में आने के बाद उन्होंने मानवाधिकारों की सुरक्षा में काफी सुधार किए। उन्होंने मानवाधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक तरीकों का जिक्र किया। लेकिन उनकी सरकार ने यह नहीं बताया कि चीन के अल्पसंख्यक समुदाय को धार्मिक व सांस्कृतिक तौर पर किस तरह मिटाने का काम किया जा रहा है।