रुद्रपुर में जहरीली गैस का रिसाव होने से हड़कंप मचा हुआ है। एसएसपी एसडीएम समेत 32 लोगों काे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। करीब 300 परिवारों वाले आजाद नगर वार्ड नंबर चार खाली कराया दिया गया है।
गैस रिसाव के बाद से लोग घरों में ताला लगाकर कहीं सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। प्रभावित लोगों की हालत देख अंदाजा लगाया जा रहा है कि अमोनिया, क्लोरिन या नाइट्रोजन गैस के रिसाव हुआ है। फिलहाल इसमें जांच करने के निर्देश दे दिए हैं।
बताया जा रहा है की भोर में आजादनगर में करीब चार बजे कबाड़ी गैस सिलिंडर काट रहा था। इस बीच गैस का रिसाव होने पर उसपे कपड़ा डालकर फरार हो गया। इधर तेज गैस के रिसाव से मोहल्ले भर में हड़कंप मच गया।
करीब 300 परिवारों वाले मोहल्ले में घरों में लोग ताला लगाकर सुरक्षित स्थानों पर निकल लिए। जहरीली गैस से प्रशासन, आमजन, एसडीआरएफ की टीम, अग्निशमन अधिकारी सहित करीब एक दर्जन पत्रकार भी प्रभावित हुए हैं। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
चिकित्सकों के मुताबिक 500 प्रकार के गैस होते हैं, जिसमें इस प्रकार के लक्षण पाए जाते हैं। लेकिन इसका प्रभाव काफी तेज है, इसलिए क्लोरीन, अमोनिया या नाइट्रोजन गैस के रिसाव की संभावना है। एडीएम ललित नारायण मिश्र ने बताया की सभी सुरक्षित हैं।
एडीएम ने कहा कि अवैध भंडारण के विरुद्ध जांच की जाएगी। फिलहाल कुछ कह पाना मुश्किल है कि किस गैस से दिक्कत हुई है। जांच कराई जाएगी। जिला अस्पताल के आईसीयू में सीएमओ डा सुनीता रतूड़ी चुफाल, एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने हाल जाना।
आजाद नगर में सुबह पांच बजे गैस सिलेंडर से जो गैस रिसाव हुआ उसके बारे में फिलहाल एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के अधिकारियों की तरफ से कुछ बताने से इंकार किया जा रहा है। तहसीलदार नीतू डागर ने बताया कि गंगापुर रोड पर गैस सिलेंडर को सतर्कता के साथ कबाड़ गोदाम से रेस्कयू किया गया है।
संभावना जताई जा रही कि यह क्लोरीन हो सकती है, लेकिन यह अभी निश्चित तौर पर नहीं कह सकते। आसपास के लोगों को जो भी गैस के रिसाव से बेचैनी महसूस कर रहे हैं उनको प्राथमिक चिकित्सा जिला अस्पताल में दी जा रही है। हालत गंभीर होने पर आईसीयू में भर्ती किया गया है।