टीआरपी डेस्क
क्रेमलिन में एक खास समारोह में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने यूक्रेन के चारों राज्यों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में समझौते पर दस्तखत किए। करार पर सिग्नेचर से पहले पुतिन ने भाषण दिया। कहा- यह रूस के करोड़ों लोगों का सपना था। यह इन चार हिस्सों में रहने वाले लोगों की भी इच्छा और हक था। रूस ने इन इलाकों में जनमत संग्रह यानी रेफरेंडम कराने के बाद इन्हें अपनी सीमा में शामिल किया है। यूक्रेन के 4 राज्यों डोनेट्स्क, लुहांस्क, खेरसॉन और जपोरिजिया को रूस ने शुक्रवार को अपने इलाके में शामिल कर लिया।
अब यूक्रेन के 4 हिस्सों को खुद में मिलाकर रूस पश्चिमी देशों को ये संदेश देना चाहता है कि उसे रोकना मुश्किल है। ऐसा करके रूस ये दावा कर पाएगा कि यूक्रेन उसके क्षेत्र पर हमला कर रहा है और पश्चिमी देशों को भी निशाने पर लिया जा सकता है। 2014 में रूस ने इसी तरह क्रीमिया पर कब्जा जमाया था, जिसका पश्चिमी देशों ने विरोध किया था। इसके बाद भी क्रीमिया पर रूस का ही कब्जा है।
यूक्रेन के चार हिस्सों को अपनी सीमा में मिलाकर रूस यह दिखाना चाहता है कि अब इन पर हमला रूस पर ही हमला माना जाएगा। इस मौके को रूस में किसी स्पेशल डे की तरह सेलिब्रेट किया जा रहा है। पुतिन की स्पीच सुनने के लिए मॉस्को के रेड स्क्वायर में होर्डिंग और एक बड़ी वीडियो स्क्रीन लगाई गई थी। इस दौरान कई सड़कें बंद रहीं। एग्रीमेंट साइन होने के बाद एक खास शो भी दिखाया गया।