रायपुर ।लोकमंथन राष्ट्र का मंथन हमारे देश के विभिन्न कोनों में छिपे सांस्कृतिक और पारंपरिक खजाने की तलाश के लिए प्रज्ञा प्रवाह द्वारा शुरू की गई एक यात्रा है लोकमंथन, जिसका आयोजन प्रज्ञा प्रवाह संस्कार भारती एवं असम टूरिज्म बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में गुवाहाटी असम में लोकमंथन 2022 का आयोजन किया गया
छत्तीसगढ़ से इस कार्यक्रम के लिए डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर कृत “लोकरंजनी” लोककला सांस्कृतिक समिति रायपुर को छत्तीसगढ़ की जनजातियों की पर्यावरणीय परंपराएं कार्यक्रम प्रस्तुत करने हेतु आमंत्रित किया गया। छत्तीसगढ़ के उत्कृष्ट कलाकारों के टीम में डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर, रोहित साहू, मनसा बंजारे, पवन बंजारे, संध्या पड़ोती, बाहरु यादव, पुनेश्वरी बारले, महेंद्र राव, सरिता ठाकुर द्वारा नृत्य नाटिका एवं गीत के माध्यम से छत्तीसगढ़ के जनजातीय परंपराओं समृद्धशाली संस्कृति प्रस्तुति दी गई ।
कार्यक्रम की उपस्थित दर्शकों ने भूरी भूरी प्रशंसा की । डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर ने बताया कि लोकमंथन 2022 प्रज्ञा प्रवाह द्वारा आयोजित एक राष्ट्रीय स्तर की बोलचाल है जो सभी जाति समूहों और समुदायों का उनके सांस्कृतिक प्रथाओं में अंतर्निहित विभिन्न क्षेत्रों में अपने पारंपरिक ज्ञान को सामने लाने के लिए करता है हमारी सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए काम कर रहे बुद्धिजीवियों और अभ्यार्थियों को जोड़ने के इस मंथन या इस प्रयास के परिणाम स्वरूप हमारी चेतना में छिपे हुए ज्ञान के आधार से अमृत निकल रहा है व्यक्तिगत और सामूहिक दोनों,
डॉक्टर पुरुषोत्तम चंद्राकर ने कहा की हमारे जैसे लोक कलाकारों को हमारी छत्तीसगढ़ की जनजातीय पर्यावरण संरक्षण एवं परंपराओं को प्रस्तुत करने अवसर प्रदान करने के लिए प्रज्ञा प्रवाह, संस्कार भारती, एवं असम टूरिज्म बोर्ड का हृदय से आभारी हैं। हम सभी कलाकारों के लिए यह सुखद अनुभूति रही जिसमें देशभर के विभिन्न प्रांतों से आए हुए लोक कलाकारों की जनजाति परंपरा को जानने, देखने व सीखने का अवसर मिला।