Get all latest Chhattisgarh Hindi News in one Place. अगर आप छत्तीसगढ़ के सभी न्यूज़ को एक ही जगह पर पढ़ना चाहते है तो www.timesofchhattisgarh.com की वेबसाइट खोलिए.

समाचार लोड हो रहा है, कृपया प्रतीक्षा करें...
Disclaimer : timesofchhattisgarh.com का इस लेख के प्रकाशक के साथ ना कोई संबंध है और ना ही कोई समर्थन.
हमारे वेबसाइट पोर्टल की सामग्री केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और किसी भी जानकारी की सटीकता, पर्याप्तता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता है। किसी भी त्रुटि या चूक के लिए या किसी भी टिप्पणी, प्रतिक्रिया और विज्ञापनों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
वकील अनुराग साहू की आत्महत्या का राज गहरायाः कोर्ट को मिली एक चिठ्ठी ने बढ़ाया सस्पेंस, भाषा पर हाईकोर्ट ने जताई चिंता, TI संदीप आयाची केस को लेकर है बवाल

कुमार इंदर, जबलपुर। जबलपुर में वकील अनुराग साहू के आत्महत्या (lawyer anurag sahu suicide case) के बाद उपजा विवाद अब थमने का नाम नहीं ले रहा है। एडवोकेट अनुराग साहू की आत्मा के बाद साथी वकीलों ने कल यानी 30 सितंबर को हाईकोर्ट में जमकर प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे वकीलों ने हाईकोर्ट में न केवल प्रदर्शन किया बल्कि जबलपुर बार काउंसिल के चेंबर में तोडफोड़ (Demolition in Jabalpur Bar Council chamber) भी की। वकीलों ने जबलपुर हाईकोर्ट (Jabalpur High Court) के एक सीनियर अधिवक्ता के चेंबर में आग भी लगा दी।

Big Crime Breaking: सीएम हाउस के पीछे युवती की हत्या, बाइक सवार युवकों ने धारदार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतारा, हाई सिक्योरिटी जोन में वारदात से मचा हड़कंप

बताया जा रहा है कि पूरा विवाद कटनी टीआई संदीप अयाची के केस (TI Sandeep Ayachi Case) को लेकर हुआ है। टीआई संदीप अयाची पर महिला पुलिसकर्मी से रेप के आरोप लगे हैं। इसके बाद टीआई को लाईन अटैच भी कर दिया गया है। कुछ दिन पहले टी आई संदीप अयाची की जमानत याचिका सेशन कोर्ट से खारिज हो गई थी। इसके बाद मामला हाइकोर्ट में लगाया गया है। पैरवी मृतक वकील अनुराग साहू और मनीष दत्त कर रहे थे।

सड़क हादसे में पटवारी की मौतः टैंकर की टक्कर से हुई मौत, हर दिन पटवारी पत्नी भी साथ जाती थी, घटना के दिन नहीं गई तो पति की मौत की खबर आई

शुक्रवार को मामले की सुनवाई जस्टिस संजय दिवेदी के यहां चल रही थी, जिसमें वकील अनुराग साहू भी मौजूद थे। इसी मामले में केस की सुनवाई कर रहे जस्टिस संजय द्विवेदी को किसी ने एक चिट्ठी भेजी है जिसमें इस केस को लेकर कुछ बातें कही गई है। इस पर जस्टिस संजय द्विवेदी ने चिंता जताई और इस लेटर में लिखी भाषा को न्यायालय की अवमानना माना है। जस्टिस संजय द्विवेदी ने लेटर की जांच के आदेश भी दिए हैं। यही नहीं जस्टिस संजय द्विवेदी ने कहा है कि चीफ जस्टिस चाहे तो संदीप अयाची का मामला उनकी कोर्ट से हटाकर दूसरी कोर्ट में लगाया जा सकता है।

सास ने जलाया, पति तमाशा देखता रहाः आग में झुलसी महिला की 24 घंटे बाद मौत, मौत से पहले का वीडियो आया सामने, दो साल पहले की थी Love Marriage

आहत होकर की आत्महत्या
बताया जा रहा है कि जमानत आवेदन पर सुनवाई के दौरान वकील अनूराग साहू पर जस्टिस संजय द्विवेदी ने कुछ टिप्पणी कर दी थी। इससे अमित इतने आहत हुए कि उन्होंने आत्महत्या कर ली। खबर है कि शुक्रवार को जमानत आवेदन पर सुनवाई के दौरान वकील अनूराग साहू पर जस्टिस संजय द्विवेदी ने विपरीत टिप्पणी कर दी थी। इससे अमित इतने आहत हुआ कि उसने आत्महत्या कर ली।

हाईकोर्ट में शव रखकर किया प्रदर्शन

मृतक एडवोकेट अनुराग साहू का शव लेकर साथी वकील हाईकोर्ट पहुंचे गए। जहां वकीलों ने कोर्ट में ही शव रखकर प्रदर्शन किया और जमकर हंगामा शुरू कर दिया। गुस्साए वकीलों ने कोर्ट में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षा अधिकारी से भी वकीलों की हाथापाई ही गई। इसके बाद वकील कोर्ट में ही धरने पर बैठ गए। हालात बिगड़ते देख स्थिति को संभालने के लिए पुलिस ने वकीलों पर लाठीचार्ज किया।

मामले में 50 से ज्यादा वकीलों पर मामला दर्ज

हाईकोर्ट परिसर में 30 सितंबर को तोड़-फोड़,हंगामा,आगजनी और कोर्ट रुम में पहली बार शव लेकर पहुंच जाने के मामले में पुलिस ने 50 से ज्यादा अज्ञात वकीलों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इसमें धारा 353 सहित शासकीय कार्य में बाधा, बलवा और आगजनी का प्रकरण कायम किया गया है।

न्याय जगत के इतिहास में पहली बार ऐसी घटना

बताया जा रहा है कि, न्यायिक जगत के इतिहास में यह पहली घटना है, जब हाईकोर्ट परिसर में वकीलों ने शव रख कर इस तरह का विरोध प्रदर्शन और हंगामा किया है। हालात को कंट्रोल करने पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ गया।

पुलिस फूंक-फूंक कर रख रही कदम

अति संवेदनशील मामले होने के कारण पुलिस-प्रशासन को भी संभलकर जांच करना पड़ रहा है। मामला सीधे हाईकोर्ट और वकीलों से जुड़ा होने के कारण पुलिस फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। वहीं दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि खुद हाईकोर्ट प्रशासन ने भी इस मामले की जांच शुरू कर दी है।

सुप्रीम कोर्ट कई बार दे चुका है नसीहत

सुप्रीम कोर्ट ने एक बार नहीं बल्कि कई बार हाईकोर्ट और निचली अदालतों के जजों को अनावश्यक टिप्पणियों से बचने की सलाह दी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि, उच्च न्यायालयों के जजों को सुनवाई के दौरान अनावश्यक और बिना सोचे-समझे टिप्पणी करने से बचना चाहिए। क्योंकि वे जो कहते हैं, उनके काफी गंभीर प्रभाव हो सकते हैं।

Rewa News: बहू के प्रेम मिलन में ससुर बना बाधा तो दी दर्दनाक मौत, प्रेमी के साथ मिलकर धारदार हथियार से रेत दिया गला, इधर बेयर हाउस में काम करने वाले कर्मचारी की संदिग्ध मौत

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus

The post वकील अनुराग साहू की आत्महत्या का राज गहरायाः कोर्ट को मिली एक चिठ्ठी ने बढ़ाया सस्पेंस, भाषा पर हाईकोर्ट ने जताई चिंता, TI संदीप आयाची केस को लेकर है बवाल appeared first on Lalluram.

https://lalluram.com/secret-of-the-suicide-of-lawyer-anurag-sahu-deepened-a-letter-received-by-the-court-increased-the-suspense/