विधानसभा में डायरिया और मलेरिया को लेकर कांग्रेस विधायक ने ध्यानाकर्षण किया। इस दौरान विधायक ने कहा कि सरकार मलेरिया और डायरिया को गंभीरता से लेते हुए प्रकोप पर लगाम लगाए। जनता परेशान और अस्पताल बेहाल है। मामले में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार पिछली सरकार से बेहतर काम कर रही है। रोकथाम को लेकर बेहतर काम किया जा रहा है।
सदन में दिए गए स्वास्थ्य मंत्री के बयान पर पूर्व विधायक शैलेष पाण्डेय ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने जितना किया उतना शायद वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री सोच भी ना सके। टीएस सिंहदेव ने अपने घर से सरकारी हॉस्पिटल में कूलर पंखा और न जाने क्या क्या लगवाया। उन्होंने कोरोना काल में इतना काम किया जिसकी कल्पना भी भाजपा सरकार नही कर सकती है। भाजपा सरकार को टीएस सिंहदेव का आभारी होना चाहिए। सिंहदेव ने पूरे करोना काल में जोखिम लेते हुए निजी स्तर पर मदद किया। लेकिन बीजेपी को सत्ता मद में कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है।
शैलेष ने बताया कि बिलासपुर में मलेरिया और डायरिया प्रकोप से क्या बूढे क्या जवान, मासूमों की असमय मौत हो रही है। सरकार के लिए शर्म की बात है। स्वास्थ्य मंत्री को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफ़ा देना चाहिए। प्रकोप की मार से बिलासपुर के अस्पतालो में बिस्तर की कमी हो गई है। शर्म की बात है कि बिलासपुर प्रशासन लोगों को साफ पानी नही दे पा रहा है। प्रशासन की लापरवाही से जगह जगह गंदगी का अंबार लगा है।
शैलेष ने कहा कि भाजपा सरकार को अअपने रिकार्ड पर गौर करना चाहिए। नसबंदी कांड,गर्भाशय और अंखफोड़वा कांड जनता अभी भूली नहीं है। आने वाले समय में मलेरिया और डायरिया काण्ड से होने वाली मासूम महिलाओं की मौत को भी जनता याद रखेगी। पूर्व विधायक ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री जायवाल से निवदेन है कि मलेरिया, डायरिया प्रकोप से महिलाओं और बच्चों की मौत पर राजनीति ना करें। बेहतर प्रयास कर लोगों को मौत में जाने से रोकें। इसी में प्रदेश की भलाई और जिम्मेदारी भी है।