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विभिन्न मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन

राजनांदगांव। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच छत्तीसगढ़ के बैनर तले घुमका क्षेत्र के अमलीडीह के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को नियमितीकरण, पदोन्नति व समूह बीमा योजना लागू करने समेत अपने लंबित 8 मांगों को लेकर जिला कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करते प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने की तैयारी में है।
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत मेहनतकश महिला कर्मियों को मूलभूत सुविधा और लाभ केंद्र और राज्य सरकार से मिलनी चाहिए, उस पर ध्यानाकर्षण करने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर किया गया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि नियमितीकरण, जीने लायक वेतन, सेवानिवृत्ति पश्चात पेंशन ग्रेज्युटी, समूह बीमा योजना लागू करने, अनुकंपा नियुक्ति, महंगाई भत्ता, पदोन्नति बाबत और सभी केंद्रों में गैस सिलेंडर और चूल्हा प्रदान करने और उसकी नियमित रिफिलिंग की व्यवस्था सुगम बनाने की मांग शामिल है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि बढ़ते महंगाई के इस दौर में आंगनबाडी कार्यकर्ता व सहायिका आर्थिक रूप से, मानसिक रूप से परेशान हैं। विभागीय काम के अलावा भी कई सारे काम लिया जाता है, जिसके कारण विभागीय काम में बाधा उत्पन्न होती है।
प्रदर्शन के दौरान अमलीडीह के कार्यकर्ताओं ने महिला एवं बाल विकास विभाग के नाम से ज्ञापन सौंपने की तैयारी करते ड्रेस कोर्ड की अनिवार्यता को समाप्त करने को कहा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका मानसेवी है और वह स्वयं जिस गांव में केंद्र में पदस्थ होते हैं, वहीं के मतदाता, नागरिक, बहू-बेटी है, इनको उस गांव के सभी जनता और हितग्राही पहचानते हैं, इसलिए इनकी पहचान के नाम से उनके लिए ड्रेस कोर्ड अनिवार्य किया जाना व्यवहारिक नहीं है। इसके साथ ही ड्रेस के नाम से जिस दिन किसी कारणवश पहन के नहीं आ पाते तो उस दिन का मानदेय काटना और बैठकों में ताना भी दिया जाता है। ड्रेस कोर्ड की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए और यदि शासन की ओर से ऐसी कोई बाध्यता है तो उसकी आदेश की प्रति उपलब्ध कराया जाए। यदि शासन की ओर से बाध्यता है तो प्रतिमाह धुलाई भत्ता और ब्लाउज-पेटीकोड और उसकी सिलाई चार्ज भी स्वीकृति किया जाए। वहीं सुपरवाईजर के लिए भी ड्रेस कोड लागू हो। प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे।

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