कानपुर देहात के उमरन स्थित सेंगर ढाबा में योगेश की गोली मार कर हत्या किए जाने के मामले में कई सवाल खड़े हुए हैं। पुलिस सीसीटीवी फुटेज देखने के लिए डीवीआर कब्जे में ली है। बेटे की मौत से बदहवाश पिता मोहनलाल व मां शकुंतला बार- बार पुलिस अधिकारियों से हकीकत जानने के लिए फुटेज दिखाने की मांग करती रही।
मां ने कई बार कहा कि आखिर ऐसी क्या बात हुई जो बेटे को गोली मार दी गई। वह तो यह भी कहती रही की ढाबा की गतिविधियां संदिग्ध हैं। योगेश की मौत के मामले में कई अनसुलझी पहली ऐसी है जो रह रह कर कई सवाल खडे़ कर रही है। पुलिस जहां साफ तौर पर यह कह रही है कि हत्या लेनदेन को लेकर हुए विवाद में हुई हैं।
वहीं परिवार के लोग सच्चाई कुछ और होने की बात कह रहे हैं। फिलहाल पुलिस ने पिता मोहनलाल की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। रविवार देर शाम कानपुर हैलट से शव पोस्टमार्टम होकर पहुंचा तो मृतक की मां शकुंतला, बहन शगुन, पिता मोहन लाल ने ढाबा के सीसीटीवी फुटेज दिखाने की मांग करने लगे।
परिजनों ने साफ कहा कि वह शव को पैतृक गांव तभी लेकर जाएंगे जब वह बेटे की मौत की सच्चाई जान लेंगे। हालांकि पुलिस ने काफी समझाया और इसके बाद वह लोग शव को लेकर पैतृक गांव रामसीसर, जिला सीकर, राजस्थान निजी वाहन से लेकर गए। इस दौरान रनियां पड़ाव के रहने वाले लोगों घटना को लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग की। वहीं थानाध्यक्ष रनियां महेंद्र सिंह ने परिजनों को कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
शराब पार्टी चलने पर कई बार हुए विवाद
ढाबा में देर रात शराब पार्टी चलने की बात सामने आई है। पुलिस जांच में लोगों ने बताया कि ढाबा पर आस पास के लोग देर रात तक शराब पार्टी करते हैं। इसी वजह से अक्सर लोगों के बीच लेनदेन को लेकर विवाद होता है। शनिवार को योगेश व उसके साथियों के साथ भी लेनदेन को लेकर विवाद हुआ। इसके बाद बात इतनी बढ़ी गई की हत्या कर दी गई।
निकाय चुनाव के दौरान इसी ढाबे से पुलिस व आबकारी टीम ने शराब भी बरामद की थी, जिसके बाद यह ढाबा चर्चा में रहा। वहीं एक पास के होटल में सिपाहियों से हुए विवाद में भी ढाबे को लेकर चर्चा रही। जिसमें तत्कालीन एसपी ने बाद में सिपाहियों को निलंबित किया था।
गले से नहीं उतरी रायफल छोड़ कर गार्ड के जाने की बात
उमरन स्थित सेंगर ढाबा के संचालक देवराज सिंह है। ढाबा पर कभी उनका छोटा बेटा विशाल सिंह व तो कभी बड़ा बेटा विकास बैठता था। विकास सिंह ने बताया कि उनके ढाबा में रामचंद्र सुरक्षा कर्मी है। रात अधिक होने पर वह रायफल को ढाबा पर रख कर कहीं चले गए थे। देर रात हुए विवाद में ढाबे पर मौजूद पुष्पेंद्र डराने के डर से रायफल लेकर आया था, इसी बीच उससे गोली चल गई और योगेश घायल हो गया।
विकास सिंह ने बताया कि शनिवार की रात वह लोग ढाबे पर नहीं थे। मगर यह बात पुलिस के गले नहीं उतर रही है। ढाबे पर किसी भी जिम्मेदार के न होने, लापरवाही से सुरक्षा कर्मी द्वारा रायफल छोड़ कर जाने के मामले में कई लोगों पर शक है।
संघ के लिए भी पुष्पेंद्र ने किया काम
थाना अछल्दा के गुनौली निवासी केशव सिंह का बेटा पुष्पेंद्र तीन भाई हैं। वह सबसे बड़ा है। जबकि उससे दो छोटे भाई है, जिसमें एक मुंबई तो दूसरा दिल्ली में रह कर काम करता है। पुलिस हिरासत में आने के बाद पुष्पेंद्र ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2019 से लेकर 2021 तक वह डेरापुर तहसील क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लिए कार्य किया है। पिछले छह माह से वह उमरन ढाबा में रह रहा था। यहीं पर वह खाना खाते, रहता था और ढाबे के कुछ काम संभालता था।
योगेश पर थी परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी
भाई योगेश की मौत पर पत्नी पूनम, बहन शगुन, मां शकुंतला का रो-रोकर बुरा हाल रहा। बहन शगुन बार यही कह रही थी सफेद गाड़ी वालों को बुलाओं जो उसके भाई को लेकर गए थे। बहन ने बताया कि रात 11 बजे के करीब उसके भाई को लेकर कुछ लोग गए थे। देर रात उसके भाई की हत्या की जानकारी मिली। वहीं मां व पिता मोहनलाल ने बताया कि योगेश आस पास कोल्डड्रिंक की सप्लाई कर परिवार का भरण पोषण कर रहा था।
ढाबे पर तैनात रही पुलिस, पसरा रहा सन्नाटा
लेन-देन को लेकर हुए विवाद में गोली मार कर व्यापारी की हत्या के बाद पुलिस ने सख्ती दिखाई। पुलिस ने सेंगर ढाबा को सील कर दिया। वहीं रात में पुलिस बल तैनात किया गया। आस पास के कई ढाबों में भी सन्नाटा पसरा रहा। ढाबे में गोलीकांड के बाद रनियां पुलिस भी अलर्ट रही। आम दिनों में जहां हाईवे किनारे बेतरतीब पार्किंग, व देर रात तक ढाबों में पार्टियों का दौर चलने पर पुलिस नजर अंदाज करती रहती थी, वही इस घटना के बाद सख्त दिखी। वहीं कुछ लोग पास के होटलों में आकर रुके, जिसे तैनात पुलिस कर्मी आगे जाने का इशारा करते रहे।
एक गोली चेस्ट में फंसी मिली, दूसरी हुई आरपार
योगेश की कानपुर के हैलट अस्पताल में मौत होने पर यहीं पर पोस्टमार्टम कराया गया। योगेश को दो गोली मारी गई थी। पोस्टमार्टम के दौरान एक गोली उसके चेस्ट (सीने) में फंसे मिली, जबकि दूसरी गोली पेट से आर पार हुई। इसके अलावा उसके शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं बताए गए हैं। पुलिस पोस्टमार्टम आने का इंतजार कर रही है।
आपको बता दें कि कानपुर देहात के रनियां थाना क्षेत्र के उमरन स्थित सेंगर ढाबा में खाना खाने के बाद रुपये देने को लेकर हुए विवाद में ढाबा कर्मचारी ने सुरक्षा गार्ड की रायफल से व्यापारी की गोली मार कर हत्या कर दी। हत्या की जानकारी पर एसपी, एएसपी समेत भारी पुलिस बल ढाबे पर पहुंचा। पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाने के बाद हत्यारोपी युवक व सुरक्षा कर्मी को हिरासत में लिया और ढाबा सील कर घटना की हकीकत जांचने के लिए सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई फुटेज व डीवीआर कब्जे में लिया है। वहीं पिता की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
लाइसेंस निरस्त करने की भेजी जाएगी रिपोर्ट
एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि सुरक्षा कर्मी द्वारा असलहा रखने में लापरवाही बरती गई है। ढाबे हुई हत्या के मामले में एक एक बिंदु पर गहराई से जांच की जा रही है। सुरक्षा कर्मी गुरुवगां शिवली निवासी रामचंद्र की रायफल लाइसेंस निरस्त करने की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जा रही है। वहीं ढाबा की गतिविधियों की बारीकी से जांच कराई जा रही है।
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