बिलासपुर— सिम्स प्रबंधन ने फैसला किया है कि अब मरीजों हर दो घंटे में बायोकेमिस्ट्री जांच रिपोर्ट मिलेगी। आने वाले सभी मरीजों का सैंपल लिया जाएगा। और दो घंटे के भीतर रिपोर्ट मरीजोँ और उनके परिजनों के हाथ में होगी। ऐसी व्यवस्था में मात्र दो घंटों के भीतर मरीजों का इलाज शुरू कर दिया जाएगा। प्रबंधन ने बताया कि पिछले साल करीब 6.77 लाख रक्त परीक्षण किया गया।
सिम्स अस्पताल के बायोकेमिस्ट्री विभाग ने ओपीडी रोगियों के हित में दैनिक जांच रिपोर्ट हर दो घंटे में देने का फैसला किया है। प्रबंधन ने बताया कि सर्वश्रेष्ठ इन्फ्रास्ट्रक्चर के जरिए ओपीडी में उपचार कराने पहुंचने वाले सभी मरीजों से सैंपल जमा होने के मात्र 2 घंटे के अन्दर जांच रिपोर्ट पेश कर दिया जाएगा। इससे मरीज की त्वरित उपचार मिल सकेगा।
प्रबंधन ने बताया कि बायोकेमिस्ट्री लैब का संचालन 24 घण्टे होता है। रोगियों को हर समय जांच की सुविधा उपलब्ध हो सके। आकस्मिक जांच परीक्षणों की सुविधा सदैव उपलब्ध है। जांच के सभी सैंपल एक ही स्थान पर लिए जा रहे हैं। मरीजों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने पाए। बायोकेमिस्ट्री विभाग में कई सारी ऐसी जांचे भी की जा रही हैं, जो बाहर अत्यंत महंगी है। इसमें थाइरोइड जाँच, विटामिन डी और बी 12, समेत विभिन्न फर्टिलिटी पैरामीटर्स प्रमुख है।
सभी जांच शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत मुफ्त अथवा अत्यंत ही रियायती दाम पर उपलब्ध है। गर्भवती महिलाओं में होने वाली जेस्टेशनल डाईबेटिस की जांच के लिए भी विशेष ओरल ग्लूकोस टॉलरेंस टेस्ट विभाग में नियमित किया जा रहा है। प्रबंधन ने बताया कि सिकिल सेल की जांच भी शुरू कर दी गई है। रक्त सैंपल भी कलेक्शन सेण्टर में ही लिया जा रहा है। सिम्स के बायोकेमिस्ट्री विभाग ने पिछले वर्ष कुल 6,77,349 रक्त परीक्षण किए हैं।
संस्थान ने रोगियों की सेवा में अपने प्रतिबद्धता को बढ़ावा देने के लिए नई ऊंचाइयों को हासिल किया है। इस प्रकार समस्त पैरामीटर्स को मिलाकर देखने पर लगभग 50 तरह की विभिन्न जांच आम जन के लिए विभाग में की जा रहीं हैं । बायोकेमिस्ट्री विभाग ने जांच की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए क्वालिटी कण्ट्रोल पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।