रायपुर। छत्तीसगढ़ इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड की लेटलतीफी से प्रदेश के 2 हज़ार से ज्यादा युवा बेरोजगार मानसिक और आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है। विभाग द्वारा एक साल से ज्यादा का समय बीत जाने के बावजूद डेटा एंट्री ऑपरेटर के पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई,जिसकी वजह से हज़ारों अभ्यर्थियों में सरकार के प्रति नाराजगी व्याप्त है। इन अभ्यर्थियों में कई ऐसे बेरोजगार भी शामिल हैं जो सालों से इसी भर्ती का इंतजार कर रहे थे लेकिन विभाग की उदासीनता से अभ्यर्थियों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बेरोजगार युवाओं की दिक्कत तब और बढ़ जाती है जब भर्ती प्रक्रिया में हो रही देरी की वजह विभाग के संबंधित अधिकारियों से पूछे जाने पर उन्हें संतोषजनक जानकारी नहीं दी जाती वहीं कई बार फटकार भी लगा दी जाती है।
जानकारी के लिए बता दें कि सीएसईबी की अनुषंगी कम्पनी छत्तीसगढ़ पॉवर होल्डिंग कम्पनी जिसे बाद में छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कम्पनी में मर्ज कर दिया कि द्वारा डेटा एंट्री ऑपरेटर के 400 पदों पर भर्ती का विज्ञापन 22 सितम्बर 2021 जारी किया गया था। इससे पहले सूबे के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुद इस बात की घोषणा अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर की थी। इस पदों के विरुद्ध प्रदेश के लगभग 1 लाख युवाओं ने 29 सितम्बर 2021 से 28 दिसम्बर 2021 के बीच आवेदन किया था। जिसकी ऑनलाईन लिखित परीक्षा 5 जनवरी 2022 से 14 जनवरी 2022 तक रायपुर, बिलासपुर, एवं दुर्ग मे आयोजित हुई।जिसमें शामिल होने सरगुजा,बस्तर समेत प्रदेश के कई सुदूरवर्ती क्षेत्रों से अनेक परेशानियों का सामना करते हुए इन चुनिंदा परीक्षा केंद्रों तक पहुंचे थे। ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा होने के बावजूद विभाग को लिखित परीक्षा का परिणाम जारी करने में 5 महीने का वक़्त लगा। लिखित परीक्षा का परिणाम 10 मइ 2022 को जारी किया गया। जिसमें विज्ञापित 400 पदों के खिलाफ 5 गुना अभ्यर्थियों को बुलाया गया। लिखित परीक्षा के परिणाम के बाद भी कम्प्यूटर बेस्ड ऑन लाईन टायपिंग परीक्षा आयोजित करने में विभाग ने देरी की और 6 अगस्त 2022 को टायपिंग परीक्षा का आयोजन फिर से रायपुर,दुर्ग,एवं बिलासपुर के चुनिंदा परीक्षा केंद्रों में किया गया। जिसमें बस्तर और सरगुजा के सुदूर क्षेत्रों के बेरोजगार युवाओं समेत 2126 अभ्यर्थी शामिल हुए। अब टायपिंग परीक्षा होने के लगभग 2 महीनें बाद भी विभाग रिजल्ट जारी करने में असफल रहा है जिसका खामियाजा प्रदेश के हज़ारों युवा बेरोजगारों को उठाना पड़ रहा है, इनमें कई ऐसे बेरोजगार भी शामिल है जिनके पास सरकारी नौकरी पाने का यह अंतिम मौका था। परेशान अभ्यर्थियों ने जल्द से जल्द रिजल्ट जारी करते हुए एक साल से भी ज्यादा वक्त से लंबित भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण करने की मांग करते हुए निकट भविष्य में आंदोलन की चेतावनी दी है।