बिलासपुर— कलेक्टर के विशेष निर्देश पर प्रशासन की संयुक्त टीम शहर के निजी अस्पतालों का निरीक्षण करने पहुंची। औचक निरीक्षक के दौरान निजी अस्पतालो की अव्यवस्था का जायजा लिया। दर्जनों खामियों को दर्ज कर संचालकों को नोटिस थमाया। जांच पडताल के दौरान समर्थ नर्सिंग हॉस्पिटल पर 20 हजार रुपयों का जुर्माना भी लगाया।
कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर संयुक्त जांच टीम सोमवार शहर की दो निजी अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। प्रताप चौक स्थित केयर एंड क्योर अस्पताल और व्यापार विहार के महादेव अस्पताल की टीम ने जांच पड़ताल किया। दर्जनों खामियां को दर्ज किया। टीम ने दोनों अस्पताल संचालकों को नोटिस भी थमाया। तीन दिनों में जवाब पेश करने को भी कहा।
टीम से मिली जानकारी के अनुसा्र 8 फरवरी को निरीक्षण के बाद अव्यवस्था को लेकर नोटिस जारी किया गया था। संतोषप्रद जवाब नही पाए जाने पर मुंगेली रोड स्थित समर्थ हॉस्पिटल संचालक पर 20 हजार रुपयों का जुर्माना लगाया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार रविवार को स्वास्थ्य, नगर निगम और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने प्रताप चौक स्थित केयर एण्ड क्योर हॉस्पिटल और व्यापार विहार स्थित महादेव हॉस्पिटल पर धावा बोला। निरीक्षण के दौरान केयर एण्ड क्योर हॉस्पिटल में अपंजीकृत फार्माशिष्ट से मेडिकल स्टोर का संचालन कराया जाना पाया गया।
संस्थान में कार्य करने वाले सभी पैरामेडिकल स्टॉफ और नर्सिंग स्टॉफ छ.ग. पैरामेडिकल कौंसिल समेत छ.ग. नर्सिंग कौसिल से पंजीकृत होना नही पाया गया। पीसीपीएनटीडी एक्ट के तहत कार्यरत चिकित्सक का नाम, कार्य का समय और लिये जाने वाले शुल्क की जानकारी सोनोग्राफी कक्ष में प्रदर्शित नहीं पायी गयी।
इसी तरह ओटी कल्चर टेस्ट नियमित रूप से नहीं होना पाया गया। महादेव हॉस्पिटल में पैथोलॉजिस्ट का चेम्बर नहीं पाया गया। लैब में प्रशिक्षु और पैरामेडिकल कौंसिल से अपंजीकृत स्टाफ कार्य करते पाये गये। फिमेल वार्ड में सभी मरीजों के बेड के पास कार्टून बाक्स रखकर सभी प्रकार के बायोमेडिकल वेस्ट का खुले में संग्रहण देखने को मिला।
मेल वार्ड अस्वच्छ अवस्था में देखा गया। वार्ड में गंदगी देखने को मिली। संस्थान में कार्यरत समस्त चिकित्सकों की जानकारी अस्पताल परिसर में प्रदर्शित नहीं पायी गयी। सोनोग्राफी करने वाले चिकित्सक का नाम, सोनोग्राफी का समय और शुल्क की जानकारी प्रदर्शित नही पायी गयी। संस्थान में नर्सिंग होम एक्ट मापदण्ड अनुसार आरएमओ कालखण्ड अनुरूप कार्यरत होना नहीं पाया गया है।
स्वास्थय अधिकारी ने बताया कि निरीक्षण के बाद दोनो अस्पतालों में पायी गयी कमियों को नोटिस जारी किया गया है। दोनों से तीन दिनों के भीतर जवाब पेश करने को कहा गया है। निरीक्षण टीम में डॉ यशपाल सिंह ध्रुव जिला आयुर्वेद अधिकारी,डॉ मनीष श्रीवास्तव, डॉ बी के वैष्णव नोडल अधिकारी पीसीपीएनडीटी,डॉ वैशाली साह सलाहकार पीसीपीएनडीटी, डॉ सौरभ शर्मा, श्री मुकेश देवांगन तहसीलदार, शशि वारे उप अभियंता भी शामिल थे।