बिलासपुर—बहतराई स्थित इंडोर स्टेडिम में शहीद विनोद सिंह कौशिक स्मृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अतिथियिों ने एक साथ करीब 7 हजार छात्र छात्राओं को सम्मानित किया। उपस्थिति लोगों को केन्द्रीय मंत्री तोखन साहू और पूर्व मंत्री नगर विधायक अमर अग्रवाल ने संबोधित किया। साथ ही शहीद विनोद सिंह कौशिक को श्रद्धा के साथ याद किया।
बहतराई स्थित स्टेडियम में शहीद विनोद कौशिक स्मृति प्रतिभावान छात्र अभिनन्दन समारोह का आयोजन किया गया। अतिथियों ने हाई व हायर सेकंडरी स्कूल में 60 प्रतिशत से ज्यादा अंक पाने वाले लगभग 7 हजार छात्र छात्राओं को प्रशस्ति पत्र और मेडल देकर बधाई दी। विशिष्ट अतिथि के रूप में मौके पर विधायक अमर अग्रवाल, सुशांत शुक्ला और जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि तोखन साहू ने कहा कि युवा हमारे देश के भविष्य हैं।बेहतर शिक्षा दिलाना हमारा दायित्व है। शिक्षा से ही जीवन में अज्ञानता के अंधकार को दूर किया जा सकता है। लाख कठिनाइयां सामने आए लेकिन हमें अंधकार को चीरकर शिक्षा ग्रहण करना ही चाहिए। पढ़ाई को हमें खेल भावना से लेना चाहिए। ज्यादा तनाव न लें। जहां भी शंका हो, गुरुजनों का मार्गदर्शन लेना चाहिए।
विधायक अमर अग्रवाल ने मेधावी बच्चों को सम्मानित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम की सराहना की। अमर ने कहा कि आज भी लगभग 50% बच्चे 12वीं के बाद विभिन्न कारणों से कॉलेज नहीं जा पाते है । समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने शिक्षा ऋण में ब्याज की रियायत की घोषणा की है। युवजन ही देश को नेतृत्व देते हैं। जब हम शिक्षित होंगे तभी देश भी विकसित होगा। विद्यार्थियों को सम्मानित कर शहीद शहीद विनोद सिंह को याद करना ट्रस्ट की अच्छी पहल है।
शहीद विनोद सिंह स्मृति ट्रस्ट के अध्यक्ष दिलेंद्र कौशिल ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने शहीद विनोद कौशिक का जीवन परिचय दिया। सीजी पुलिस में वे उप निरीक्षक के पद पर कार्यरत थे। 2018 में नारायणपुर जिले में नक्सलियों से लोहा लेते हुए वीर गति को प्राप्त किए। शहर के चिंगराजपारा निवासी नेत्र से दिव्यांग कलाकार भाई बहन पृथ्वीराज और पूजा ने भजनों और देशभक्ति पूर्ण गानों की शानदार प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया।
शहीद विनोद सिंह के माता पिता और पत्नी भी मुख्य अतिथि तोखन साहू ने नमन किया। इस अवसर पर अध्यक्ष रामदेव कुमावत, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती नूरी कौशिल समेत बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं, अभिभावक, शिक्षक और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।