नई दिल्ली. झारखंड में भी राजनीतिक संकट जारी है. इस बीच महागठबंधन अपने विधायकों को हॉर्स ट्रेडिंग (खरीद-फरोख्त) से बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. विधायकों को एकजुट करके रखने के लिए अब उनको रांची से रायपुर लेकर जाया जा रहा है. इसके लिए मुख्यमंत्री निवास से महागठबंधन के विधायक बसों में बैठकर एयरपोर्ट की तरफ निकल गए हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी उनके साथ दिखे.
चुनाव आयोग ने हेमंत सोरेन को लाभ के पद के मामले में दोषी पाया है. अभी इसपर आखिरी फैसला राज भवन यानी राज्यपाल रमेश बैस को लेना है. लेकिन उनकी तरफ से अभी कोई कदम नहीं उठाया गया है. इस बीच सोरेन सरकार कुर्सी बचाने की रणनीति में जुटी हुई है.