रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा नए पैटर्न के साथ चुनावी तैयारियों में उतरेगी। नए पैटर्न से मतलब कार्यकर्ताओं को कार्यशालाओं में यह सिखाया जाएगा कि किस तरह अलग-अलग वर्ग के लोगों से इंटरैक्ट करें। इसे सरल शब्दों में यह कह सकते हैं कि कार्यकर्ताओं को वोट मांगना सिखाएंगे। इसमें बाकायदा बस्ती के लोगों के साथ किस तरह की बातचीत करनी है, एलिट क्लास के साथ कैसे बातचीत की शुरुआत करनी है। पार्टी के संदेश को कैसे पहुंचाना है, यह सब सिखाया जाएगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में इंटरैक्शन के दौरान ये सारी बातें सामने आई हैं। नड्डा ने कहा कि कार्यकर्ताओं को पहले पार्टी को समझना होगा। इस संबंध में नड्डा ने एक कैंपेन भी लॉन्च किया है, जिसे “Know BJP’ इनिशिएटिव नाम दिया गया है। इसी कड़ी में ये गतिविधियां होंगी।
अब लगातार बड़े आंदोलन करने की तैयारी
पिछले दिनों बेरोजगारी के मुद्दे पर भाजयुमो ने बड़ा आंदोलन किया था। इसी क्रम में सभी मोर्चा-प्रकोष्ठ को अपने विषयों पर लगातार बड़े आंदोलन करने कहा गया है। महिलाओं की सुरक्षा, अपराध, किसानों के साथ वादाखिलाफी, एसटी-एसटी वर्ग की नाराजगी जैसे मुद्दों पर आंदोलन किए जाएंगे। इसमें पीछे भाजपा रहेगी और पूरी ताकत के साथ मुद्दों को रखा जाएगा, जिससे लोगों तक संदेश जाए। ऐसे वर्गों को भी सामने रखकर आंदोलन किए जाएंगे, जिन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा। इसमें पीएम आवास ग्रामीण के हितग्राहियों का एक बड़ा आंदोलन शामिल है।
विधायकों की अलग-अलग टीमें बनाकर घेरेंगे
छत्तीसगढ़ में भाजपा के पास भले ही महज 14 विधायक हैं, लेकिन सभी मुखर हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सांसद-विधायकों के साथ चर्चा के दौरान कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं में जिस तरह भेदभाव हो रहा है, उसे सामने लाने के लिए विधायकों की टीमें बनाई जाएं। ये टीमें राज्य सरकार को घेरेंगी। भाजपा उन मुद्दों पर फोकस करेगी, जिसका वादा घोषणा पत्र में किया गया था, लेकिन उसे पूरा करने में सरकार पीछे हट रही है। कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कार्यकर्ताओं से बाकायदा “लबरा’ सरकार का नारा भी लगवाया था।
अब संगठन के दो मास्टर के हाथों होगी कमान
भाजपा प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी के स्थान पर भाजपा ने राजस्थान के ओम माथुर को प्रभारी बनाया है। माथुर को संगठन का हार्डकोर नेता माना जाता है। भाजपा नेताओं के मुताबिक नरेंद्र मोदी जब तीसरी बार सीएम बने थे, उससे पहले माथुर को ही गुजरात का प्रभारी बनाकर भेजा गया था। उत्तरप्रदेश चुनाव में भी मुश्किल लड़ाई को आसान करने में माथुर को श्रेय दिया जाता है। दरअसल, कांग्रेस के पास अब दो राज्य हैं। राजस्थान में जो ट्रेंड रहा है, उसके मुताबिक भाजपा अपनी सरकार बनाने के लिए आश्वस्त है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार सबसे मजबूत है। यही वजह है कि नॉर्थ ईस्ट में भगवा लहराने वाले अजय जामवाल के बाद अब माथुर को भी छत्तीसगढ़ के मोर्चे पर तैनात किया गया है।