गयानाथ@दीपका : पुलिस महकमे के एक सिपाही को कप्तान का खौफ भी नहीं है ये सिपाही डीजल चोरों के लिए ढाल बना हुआ है। लंबे समय तक कुसमुंडा, हरदीबाज़ार, दीपका इलाके में पदस्थ सिपाही की मौजुदगी अब बिलासपुर ट्रांसफर होने के बाद भी यहां बनी हुई है। उसके दम पर सैकड़ो की संख्या में चोर दीपका-गेवरा खदान में जाकर हर रोज डीजल की चोरी कर रहे है। पुलिस के इस सिपाही की वैसे तो ड्यूटी हाईकोर्ट में है लेकिन हर रोज ये सिपाही हरदीबाज़ार और दीपका में मौजूद मिलेगा। दावा तो ये भी है कि ये सिपाही पुलिस पकड़ से बचाने इन लोगो से हर रोज हजारों रुपये की रिश्वत लेता है बदले में पुलिस के मूवमेंट की हर ख़बर इन डीजल चोरों को मिलती रहती है पुलिस इस बात से परेशान है कि आखिर पखवाड़े भर से कोई डीजल चोर उनके हत्थे नहीं चढ़ रहा लेकिन हक़ीक़त तो यही है कि जब राजदार ही राजफाश पर उतारू रहे तो भी राह आखिर राज कैसे रहे। पुरानी पोस्टिंग का नतीजा है ये कि इसको यहां के हर खुफिया रास्ते मालूम है, पुलिस गस्त पॉइंट मालूम है व पुलिस एक्टिविटी पर खुद ही नज़र रखे रहता है।
डीजल चोर पुरुषोत्तम यादव के बारे में बताया जाता है कि उसके सर पर अनूप का हाथ है तो दीपका में बलगी के एक लड़के का ग्रुप घुसता है वहीं कुसमुंडा में छोटे पैमाने में ही सही लेकिन अभिषेक के संरक्षण में खान के लोग जाते है। इन तीनो खदानों से हर रोज करीब 10 लाख का डीजल पार हो रहा है। एसईसीएल के खदानोें में सैकड़ों की संख्या में तैनात सीआईएसएफ की मौजूदगी के बीच चोर हर रोज खदान में घुस दुस्साहस कर डीजल की चोरी कर उसे खपा देें।
हर रोज 50 से 100 चोर दीपका और गेवरा खदान में घुस सीआईएसएफ के अधिकारियों को चोरी को नजरअंदाज करने के एवज में रोज हजारों का चढ़ावा पहले देते है। इधर एसईसीएल के अधिकारी हर रोज मुख्यालय में डीजल कम होने की रिपोर्ट भेजते है। लेकिन इस कमी को चोरी कभी भी ऑफिशियल दस्तावेजों में नहीं कहा जाता है न ही एसईसीएल के अधिकारी इस बाबत स्थानीय थानों में रिपोर्ट दर्ज कराते है। यही पुलिस के लिए सरदर्द की बड़ी वजह है कि पकड़ में आने के बाद भी चोर के विरूद्ध 41/1-4 याने चोरी के संदेह के तौर पर कईयों बार कार्रवाई करनी पड़ती है जिसका नतीजा ये होता है कि चोरों को जल्दी जमानत मिल जाती है और एक-दो दिनों के आराम के बाद लखपति बनने का सफर फिर तय होता रहता है… देखना होगा सीआईएसएफ व एसईसीएल के अघोषित आर्शिवाद के साथ जारी तेल के मेल का खेल कब खत्म बंद होगा।