ऋषिकेश। 19 वर्षीय रिसॉर्ट रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की कथित हत्या के मामले में मुख्य आरोपी के पिता और निष्कासित भाजपा नेता विनोद आर्य ने अपने बेटे को एक सीधा साधा और साधारण लड़का कहते हुए उसका बचाव किया।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, ”पुलकित लंबे समय से उनसे अलग रह रहे थे. निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए मैंने भाजपा से इस्तीफा दिया है. मेरे बेटे अंकित ने भी इस्तीफा दे दिया है.”
उत्तराखंड के पौड़ी के एक रिसॉर्ट में अंकिता भंडारी की हत्या के मामले में नेता के दूसरे बेटे को गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद भाजपा ने शनिवार को विनोद आर्य और उनके बेटे को पार्टी से निष्कासित कर दिया। आरोपी के भाई को भी सरकार ने राज्य ओबीसी आयोग के उपाध्यक्ष पद से हटा दिया था।
भाजपा के पूर्व नेता विनोद आर्य ने अपने बेटे को निर्दोष बताते हुए कहा, “मेरा बेटा एक साधारण है और उसे केवल अपने काम की चिंता है। मैं अपने बेटे पुलकित और हत्या की गई लड़की दोनों के लिए न्याय चाहता हूं।”
विनोद आर्य ने यह भी कहा कि उनका बेटा कभी भी इस तरह की गतिविधियों में शामिल नहीं होगा। उन्होंने इन आरोपों से भी इनकार किया कि पुलकित के खिलाफ 2016 में धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया गया था। पूर्व भाजपा नेता ने पुलकित की गिरफ्तारी से पहले अपने बेटे के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया।
पुलकित के खिलाफ 2016 में हरिद्वार में दर्ज हुआ था मामला
गौरतलब है कि पुलकित के खिलाफ 2016 में हरिद्वार में आईपीसी की धारा 420 और 468 के तहत धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया गया था।