Get all latest Chhattisgarh Hindi News in one Place. अगर आप छत्तीसगढ़ के सभी न्यूज़ को एक ही जगह पर पढ़ना चाहते है तो www.timesofchhattisgarh.com की वेबसाइट खोलिए.

समाचार लोड हो रहा है, कृपया प्रतीक्षा करें...
Disclaimer : timesofchhattisgarh.com का इस लेख के प्रकाशक के साथ ना कोई संबंध है और ना ही कोई समर्थन.
हमारे वेबसाइट पोर्टल की सामग्री केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और किसी भी जानकारी की सटीकता, पर्याप्तता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता है। किसी भी त्रुटि या चूक के लिए या किसी भी टिप्पणी, प्रतिक्रिया और विज्ञापनों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
केदारनाथ में हिमस्खलन के बाद उत्तरकाशी में आज महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके..

केदारनाथ में शनिवार को हिमस्खलन के बाद उत्तरकाशी में आज रविवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत का माहौल देखने काे मिला। भूकंप के झटकों के बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित जगह पर चले गए। हालांकि, राहत की बात है कि भूकंप की वजह से कोई नुकसान नहीं हुआ है।

केदारनाथ के चौराबाड़ी क्षेत्र में हिमस्खलन (एवलांच) होने का क्रम जारी है। शनिवार को फिर हिमस्खलन हुआ। पिछले नौ दिनों के भीतर यह तीसरी  घटना है। हालांकि हिमालयी क्षेत्र में इस तरह की घटनाओं को सामान्य बताया जा रहा है।  केदारनाथ धाम में मंदिर परिसर से करीब पांच से सात किमी की दूरी पर चौराबाड़ी ग्लेशियर के टूटने की घटनाएं हो रही हैं।

बीती 22 सितंबर को पहली घटना हुई। इस दृश्य को लोगों ने कैमरे में कैद किया। इसके बाद 26 सितंबर को केदारनाथ के इसी क्षेत्र में हिमस्खलन हुआ। अब शनिवार को फिर से बड़ा एवलांच आया जो धुएं के गुब्बार की तरह फैलता दिखाई दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। प्रशासन ने इसे हिमालय क्षेत्र में होने वाली सामान्य घटना बताया है।

हालांकि भविष्य में ग्लेशियर के बड़े हिस्से के टूटने के खतरे को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। केदारनाथ में वर्षों से रहने वाले लोग भी इस तरह की घटना को सामान्य बता रहे हैं। उधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनएस रजवार ने बताया कि घटना को लेकर भूगर्भीय टीम के दो-तीन दिन में केदारनाथ आने की उम्मीद है, जो इस क्षेत्र का निरीक्षण करेगी।

पहली घटना के बाद ही सचिव आपदा प्रबंधन को पत्र लिखकर भूगर्भीय टीम से क्षेत्र का अध्ययन कराने का आग्रह किया गया है। तीनों घटनाओं से मंदाकिनी का जलस्तर नहीं बढ़ा, न ही किसी तरह का कोई नुकसान हुआ है। सुरक्षा की दृष्टि से एसडीआरएफ, डीडीआरएफ और केदारनाथ में मौजूद प्रशासनिक टीम को अलर्ट रहते हुए निगरानी के निर्देश दिए हैं।
मयूर दीक्षित, डीएम रुद्रप्रयाग  

https://www.cgnews.in/%E0%A4%95%E0%A5%87%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A5-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%96%E0%A4%B2%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A5%87/