10.04.23| भाजपा सांसद और विधायकों का दल राजभवन पहुंचा. जहां राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन से मुलाकात की. आधे घंटे तक बीजेपी नेताओं की राज्यपाल से बातचीत हुई. पहाड़ी कोरवा की सामूहिक आत्महत्या के मामले को लेकर बातचीत हुई.
मुलाकात के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि चार पहाड़ी कोरवा की मौत काफी दर्दनाक घटना है. मुख्यमंत्री ने उनसे मिलने का कार्य अब तक नहीं किया है. वर्तमान में जांच और पीएम रिपोर्ट की समय सीमा तय करके उसे मंगवाया गया है. जब तक इस घटना की सूक्ष्म जांच नहीं होगी, तब तक सच्चाई सामने नहीं आएगी.
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि घटना के बाद मुख्यमंत्री को अपने पद में रहने का अधिकार नहीं है. हमने राज्यपाल के पास चिंता व्यक्त किया और बताया कि आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.
वहीं नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कोई रोजगार मूलक काम नहीं किया गया. निश्चित रूप से उन्हें खाद्यान्न नहीं मिल पा रहा है. दुरुस्त अंचलों में कोई भी विकास के कार्य नहीं चल रहे हैं. राज्य सरकार के राज में अगर इस प्रकार की मौत होती है तो प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपने पद पर रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.
वहीं चंदेल ने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने पर कहा कि राज्यपाल से निवेदन किया है हमने. इसके लिए पूर्ण रूप से राज्य सरकार जिम्मेदार है. मुख्यमंत्री 6 अप्रैल को जशपुर जिले में गए थे. मुख्यमंत्री के पास इतनी फुर्सत नहीं है कि वह 10 मिनट जाकर परिवार से मिलें. यह मुख्यमंत्री द्वारा संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है.
बता दें कि इस दौरान नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक सहित विधायक सांसद मौजूद रहे.