प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड के बीच गुरुवार को वार्ता होगी, जिसमें ऊर्जा, संपर्क और व्यापार जैसे क्षेत्रों में भारत-नेपाल सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया जाएगा।
नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड बुधवार को दिल्ली पहुंच गए हैं। वह चार दिवसीय भारत दौरे पर हैं। दिसंबर 2022 में प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभालने के बाद प्रचंड की यह पहली द्विपक्षीय विदेश यात्रा है। समग्र रणनीतिक हितों के संदर्भ में भारत के लिए नेपाल अहम है। दोनों देशों के नेता अक्सर सदियों पुराने रोटी बेटी संबंधों पर जोर देते हैं।
अधिकारियों ने कहा कि दोनों देशों की प्राथमिकता वाले अहम क्षेत्रों में से एक बिजली क्षेत्र में सहयोग को और बढ़ाना होगा। बिजली क्षेत्र में सहयोग पर पिछले साल अप्रैल के भारत-नेपाल संयुक्त बयान को मील का पत्थर माना जाता है और नेपाल, भारत को करीब 450 मेगावाट बिजली का निर्यात करता रहा है।
उम्मीद है कि दोनों प्रधानमंत्री भारत-नेपाल विकास साझेदारी की भी समीक्षा करेंगे, जो द्विपक्षीय संबंधों का अहम स्तंभ है। अधिकारियों के अनुसार दोनों देशों के वित्तीय संपर्क को मजबूत बनाने पर भी चर्चा होगी। विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली में हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की।
वहीं, प्रचंड का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मिलने का कार्यक्रम है। इससे पहले बुधवार को नेपाल के पीएम ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल से मुलाकात की। प्रचंड शुक्रवार सुबह इंदौर जाएंगे और अगले दिन काठमांडू लौट जाएंगे।
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