CG PSC 2023: रायपुर। सीजीपीएससी 2022 के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। इंटरव्यू खत्म होने के दिन ही रिजल्ट जारी करने के अपनी परंपरा को जारी रखते हुए कल साक्षात्कार के अंतिम दिन देर रात नतीजे घोषित किए गए। जारी नतीजों में मुंगेली जिले के कलेक्टर राहुल देव के भाई शुभम देव को दूसरी रैंक हासिल हुई है।
जानिए शुभम के बारे में…
शुभम देव का जन्म 15 अगस्त 1994 को हुआ था। उनके पिता अंबिकापुर जिले के लुण्ड्रा ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी हैं। उनकी माता अंबिकापुर ब्लॉक के नमनकला माध्यमिक शाला में शिक्षिका हैं। शुभम के दादा भी शिक्षक रह चुके हैं। शुभम देव ने अंबिकापुर के होलिक्रॉस स्कूल से दसवीं व बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की। फिर आईआईटी कानपुर से सिविल ब्रांच में बीटेक की डिग्री 2017 में लिया।आईआईटी जैसे संस्थान से पास आउट होने के बावजूद भी किसी अन्य नौकरी के बारे में शुभम ने नहीं सोचा। बल्कि अपने भाई भाभी को प्रेरणा बना सिविल सर्विस में ही कैरियर बनाने की ठानी और दिल्ली में यूपीएसी की तैयारी करने चले गए। यूपीएससी के लिए दिल्ली में कोचिंग कर कड़ी मेहनत करते हुए शुभम देव यूपीएससी क्रैक करने के लिए जूझते रहे और साक्षात्कार तक पहुंचे। उन्होंने 2020 में यूपीएससी के लिए पहला अटेम्प्ट दिया। 2021 में दूसरा प्रयास दिलाते हुए वे साक्षात्कार तक पहुंचे पर सफल नहीं हो सकें। इस दौरान उन्होंने सीजीपीएससी भी दिलाई और सफल हुए।
समाज शास्त्र विषय
–शुभम देव ने यूपीएससी मैंस में ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में समाजशास्त्र विषय को चुना है। खास बात यह है कि शुभम देव के भाई राहुल देव जो कि छत्तीसगढ़ कैडर के 2016 बैच के आईएएस अफसर हैं, ने भी यूपीएससी मेंस में समाज शास्त्र विषय लेकर अपने प्रथम प्रयास में ही सफलता पाई थी। शुभम देव की भाभी आईपीएस भावना गुप्ता छत्तीसगढ़ कैडर की 2014 बैच की आईपीएस अफसर हैं। उन्होंने भी यूपीएससी मैंस में ऑप्शनल समाजशास्त्र विषय लेकर अपने प्रथम प्रयास में ही सलेक्शन हासिल किया है। अभी वर्तमान में शुभम दिल्ली में ही यूपीएससी की तैयारियों में व्यस्त हैं और इस बार फिर 15 सितंबर से हो रहे यूपीएससी मेंस की परीक्षा दिला रहे है।
कलेक्टर का बेटा बना डिप्टी
कलेक्टरछत्तीसगढ़ पीएससी 2023 में कलेक्टर पीएस एल्मा के बेटे लोकांश का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद के लिए हुआ है। लोकांश का टॉपर्स में 11वां स्थान है, लेकिन एसटी वर्ग में पहला स्थान है। आईएएस एल्मा वर्तमान में बेमेतरा जिले के कलेक्टर हैं। वहीं, उनकी पत्नी नीलम एल्मा खाद्य विभाग की उप सचिव हैं।
दसवीं के बाद से ही शुरू की तैयारी
लोकांश ने दसवीं कक्षा के बाद से ही सिविल सर्विसेस की तैयारी शुरू कर दी थी। लगातार जनरल नॉलेज के नोट्स बनाने के अलावा एनसीईआरटी की किताब से विषयों की तैयारी की। डीपीएस जमनीपाली कोरबा, डीपीएस बिलासपुर और डीपीएस भिलाई से लोकांश ने पढ़ाई की। मैथ्स से बारहवीं की परीक्षा दी। इसके बाद हिदायतुल्लाह विधि विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की। लोकांश ने इसी साल लॉ में ऑनर्स की डिग्री ली है। छत्तीसगढ़ पीएससी के अलावा यूपीएससी और सिविल जज की भी परीक्षा दी है।
सिविल सर्विस के लिए रहा फोकस
मम्मी-पापा दोनों ही प्रशासनिक अधिकारी हैं, इसलिए लोकांश का रुझान प्रारंभ से ही सिविल सर्विस की ओर रहा। भिलाई डीपीएस से दसवीं और बारहवीं की पढ़ाई करने के बाद लोकांश ने हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री लेने का निर्णय लिया। इस तरह सिविल सर्विस के साथ सिविल जज के लिए रास्ता खुल जाता है। लोकांश ने इस दौरान भी पढ़ाई का तरीका सिविल सर्विस को ध्यान में रखकर किया, जिससे कानून की पढ़ाई के साथ-साथ सिविल सर्विस की भी तैयारी चलते रहे। इसका परिणाम उन्हें मिला।