रायपुर।राजीव भवन में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये वरिष्ठ मंत्री मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा की परिवर्तन यात्रा को जनता ने नकार दिया। परिवर्तन यात्रा में भीड़ नहीं एकत्रित हो रही। परिवर्तन यात्रा में लोग नहीं आ रहे है। इसलिये अमित शाह भी दंतेवाड़ा में नहीं आये।
बाद में भी उसके कार्यक्रम बना रद्द कर दिया। भाजपा की तथाकथित परिवर्तन यात्रा में जो प्रदेश के बाहर के नेता आ रहे है उसके नुक्कड़ सभाओं के बराबर भी भीड़ नहीं इकट्ठा हो रही। तमाम कोशिशों लाखों रू. खर्च करने के बाद भाजपा की परिवर्तन यात्रा फ्लाप हो गयी। भाजपा की परिवर्तन यात्रा को असफल होना इस बात का प्रमाण है कि छत्तीसगढ़ की जनता प्रदेश में परिवर्तन नहीं चाहती है।
भाजपा के परिवर्तन यात्रा में 15 दिन में प्रधानमंत्री से लेकर दर्जनों केंद्रीय मंत्री आए और चले गये इनके आने से छत्तीसगढ़ की जनता को क्या मिला? भाजपा के राजनैतिक यात्रा में सरकारी खर्चे और सुख सुविधा विलासिता उपभोग कर आये केंद्रीय मंत्रियों ने सिर्फ भाजपा का प्रचार-प्रसार किया।
जब कोई मंत्री का दौरा होता है तब जनता उस मंत्री से कोई नई सौगात की उम्मीद करती है। उनके विभाग से संबंधित समस्याओं का हल चाहती है जो इन केंद्रीय मंत्रियों के दौरा में कहीं नहीं दिखा।
भाजपा के परिवर्तन यात्रा में प्रधानमंत्री, केंद्रीय राज्य शिक्षा मंत्री, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री, केंद्रीय रेलवे राज्य मंत्री, सहकारिता राज्य मंत्री, बिजली एवं उद्योग राज्य मंत्री, जल शक्ति एवं जनजाति राज्य मंत्री, सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री, आयुष राज्य मंत्री, सहकारिता मंत्री, आये थे। इनके आने से छत्तीसगढ़ को क्या मिला? कोई नई घोषणा छत्तीसगढ़ की जनता के हित में इन्होंने नहीं किया? भाजपा के सांसदों ने भी छत्तीसगढ़ के लिए इनसे कोई मांग नहीं की।
प्रदेश की जनता ने अपने हालात में परिवर्तन 2018 में कर दिया था जिसके परिणाम स्वरूप प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी और प्रदेश के लोगों के जीवन स्तर में परिवर्तन आया
परिवर्तन आ गया है तभी तो 15 सालों तक छत्तीसगढ़ की अस्मिता को भूलने वाली भाजपा अपने तथाकथित परिर्वतन रथ में छत्तीसगढ़ महतारी की फोटो लगाने को मजबूर हुई है।
रमन राज में किसानों को उनकी उपज की पूरी कीमत नहीं मिलती थी परिवर्तन हो गया अब कांग्रेस सरकार के राज में किसान 2640 रू. प्रति क्विंटल प्राप्त कर रहा है।
रमन राज में कुल 50 लाख टन धान की खरीदी होती थी परिवर्तन हो गया कांग्रेस राज में 107 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो रही है। इस वर्ष 125 लाख मीट्रिक टन की खरीदी होगी।
रमन राज में सिर्फ 10 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी का नियम बना फिर 15 क्विंटल किया विरोध के बाद परिवर्तन हो गया भूपेश सरकार प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी करेगी।
भाजपा के राज में किसान कर्ज के कारण आत्महत्या करते थे परिवर्तन हो गया भूपेश राज में 20 लाख किसानों का 10 हजार करोड़ का कर्जामाफ हो गया है किसान खुशहाल हो गये है।
भाजपा के रमन सरकार के समय राज्य की बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत थी उसमें परिवर्तन हो गया भूपेश राज में 0.5 प्रतिशत रह गयी है।
रमन राज में सरकारी नौकरी में भर्तियां बंद थी परिवर्तन हुआ भूपेश सरकार ने पिछले पांच साल में 1 लाख सरकारी नौकरियों में युवाओं की भर्तियां किया तथा 5 लाख युवाओं को रोजगार दिया।
भाजपा के राज में छत्तीसगढ़ के लोग महंगी बिजली खरीदने को मजबूर थे, कांग्रेस के राज में 400 यूनिट तक बिजली के दाम आधा हो गये। लगभग 42 लाख से अधिक लोगों को लगभग 4000 करोड़ रू. की राहत बिजली के बिल में भूपेश सरकार ने दिया।
रमन राज में तेंदूपत्ता संग्राहकों को मात्र 2500 रू. मानक बोरा मिलता था परिवर्तन हुआ कांग्रेस सरकार उसको बढ़ाकर 4000 रू. देती है।
भाजपा शासन काल में 7 वनोपजों की खरीदी होती थी परिवर्तन के बाद कांग्रेस सरकार 65 वनोपज खरीदती है।
भाजपा के राज में निरापराध आदिवासी जेलों में डाले जाते थे, कांग्रेस ने 1300 से अधिक लोगों को रिहा किया।
भाजपा सरकार लोगों की 5 डिसमिल तक जमीनों की रजिस्ट्री नहीं होने देती थी परिवर्तन हुआ कांग्रेस ने सभी को उनकी जमीनों को अपने अनुसार बेचने का अधिकार दिया।
रमन राज में लोगों के मकानों, दुकानों को तोड़ने की धमकियां दी जाती थी, भयादोहन होता था परिवर्तन हुआ कांग्रेस की सरकार ने नियमितीकरण नियम लाकर लोगों को राहत दिया।
रमन राज में छोटे व्यापारियों को हर साल गुमास्ता का नियमितीकरण कराना पड़ता था परिवर्तन हुआ कांग्रेस सरकार ने उसकी आजीवन कर दिया।
रमन राज में छोटे-छोटे दस्तावेजों बनाने के लिये सरकारी ऑफिस के चक्कर काटना पड़ता था परिवर्तन हुआ कांग्रेस सरकार ने मितान योजना में दस्तावेज बनाकर घर पहुंचाया जाता था।
रमन राज में नक्सली राजधानी रायपुर तक पहुंच गये थे परिवर्तन हुआ कांग्रेस राज में नक्सलवादी घटनाओं में 80 प्रतिशत तक की कमी आई है।
भाजपा शासनकाल में प्रदेश में 8 मेडिकल कॉलेज थे परिवर्तन हुआ भूपेश सरकार में 13 मेडिकल कॉलेज हो गये, 4 खुलने वाले है।
परिवर्तन हुआ कांग्रेस राज में गरीब आदमी की अपने बच्चों को मुफ्त अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा दिला रहा, 727 स्वामी आत्मानंद स्कूल खुले, भाजपा राज में तो मॉडल स्कूल बने थे उसको तक को बेच दिये।
रमन राज में किसानों की जमीनें सरकार जबरिया लेती थी परिवर्तन हुआ कांग्रेस सरकार ने 1700 किसानों की 4200 एकड़ जमीनों को वापस किया।
भाजपा के राज में 15 सालों तक छत्तीसगढ़ के तीज त्योहारों संस्कृति को भुला दिया गया था, भूपेश राज में हालात बदल गये अब तीजा, पोरा, होली, आदिवासी दिवस, माता कर्मा जयंती मनाना शुरू हुआ है। आदिवासी परब सम्मान निधि से अब स्थानीय मान्यताओं को संवारा जा रहा है।
भाजपा राज में माता कौशल्या और भगवान राम को भी 15 सालों तक भुला दिया गया था, कांग्रेस सरकार ने भव्य माता कौशल्या मंदिर चंदखुरी में बनाया और भगवान राम वन गमन पथ बनाने का काम तीव्र गति से शुरू।
भाजपा राज में गौशालाओं के अनुदान के नाम पर 1067 करोड़ का घोटाला किया गया, भूपेश राज में 10 हजार गोठानों में गौसेवा का काम शुरू हुआ जहां लाखों महिला स्व सहायता समूह की बहने आत्म निर्भर हो रही है।
भाजपा किस बात के लिये परिवर्तन चाहती है, किसानों को मिलने वाली भरपूर कीमत या राज्य की बेरोजगारी दर आधा फीसदी है उसमें, आखिर किस बात का परिवर्तन चाहती है भाजपा।
पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा, प्रवक्ता अजय गंगवानी, ऋषभ चंद्राकर उपस्थित थे।
The post Congress ने बताया इसलिए अमित शाह दंतेवाड़ा नही गए appeared first on CGWALL-Chhattisgarh News.